जशेदपुर : टाटा स्टील के अर्बन सर्विसेज के तत्वावधान में 5 जुलाई को विभाग के कॉन्फ्रेंस हॉल में उदितवाणी के दिवंगत संपादक राधेश्याम अग्रवाल की एक श्रद्धांजलि गोष्ठी आयोजित की गयी, जिसमें नगर के गणमान्य हस्तियों ने भागीदारी की। प्रायः सभी कॉलेजों के प्राचार्य और प्राध्यापक तथा नगर के साहित्यकार और विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। इसका संयोजन और संचालन टाटा स्टील स्पोर्ट्स के मैनेजर डॉ हसन इमाम मलिक ने किया।
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सबसे पहले अग्रवाल जी की प्रतिमा पर सभी अतिथियों ने पुष्पांजलि की। हसन इमाम ने सभी आगंतुकों का परिचय प्रस्तुत किया और अग्रवाल साहब को एक अजीम शख्सियत बताया। गोष्ठी की अध्यक्षता कथाकार जयनंदन ने की। संजय मिश्र, संपादक, प्रभात खबर मुख्य अतिथि थे।
डॉ एस एस रजी, वाईस चांसलर, अरका जैन वि.वि. ने दोस्ती का रिश्ता बताते हुए कहा कि जब भी मुलाकात होती थी हम बेतकल्लुफ होकर गुफ्तगू कर लेते थे। डॉ अमर सिंह, प्राचार्य, कोऑपरेटिव कॉलेज ने उनके संपादन में निकलने वाले अखबार उदितवाणी को एक लोकप्रिय अखबार बताया। डॉ कैप्टन विजय पियूष, प्राचार्य, अब्दुल बारी कॉलेज ने कहा कि उनके यूनियन संगठन की गतिविधियों को उदितवाणी में उन्होंने प्रमुखता से जगह दी, जिसके कारण संगठन को निरंतर मजबूती मिली।
ग्रैजुएट कॉलेज की प्राचार्या डॉ वीणा प्रियदर्शिनी ने अग्रवाल साहब की सूझबूझ और विद्यार्थियों से जुड़ाव की प्रशंसा की। डॉ एस पी महालिक, प्राचार्य, वर्कर्स कॉलेज ने कहा कि समाज को जागरूक बनाये रखने के लिए अखबारों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि अखबार पढ़कर ही उन्होंने कई भाषायें सीख ली। डॉ ए के झा, प्राचार्य, एलबीएसएम कॉलेज ने कहा कि वे साहसी और कर्मठ व्यक्तित्व के धनी थे। उनके अलावा करीम सिटी कॉलेज मास कम्युनिकेशन विभाग की अध्यक्ष डॉ नेहा तिवारी ने श्री अग्रवाल के व्यक्तित्व तथा भूमिका पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला ।
मुख्य वक्ता संजय मिश्र ने कहा वे अत्यंत ईमानदार और निष्ठावान व्यक्ति थे। जब अखबारों को कोटे में कागज मिला करते थे तो कई अखबार मालिकों ने उसे बेचकर लाखों बना लिये, लेकिन अग्रवाल साहब ने कभी ऐसा नहीं किया। उनके संपादन में कई बड़े पत्रकारों ने काम किया। प्रतिभा को परखने की उनमें एक अद्भुत कौशल था। अपने अध्यक्षीय भाषण में जयनंदन ने उनके साथ के बिताये लमहों को याद किया और कहा कि वे साहसी और निडर थे। जिस समाचार को छापने से सभी अखबार कन्नी काट लेते थे, अग्रवाल साहब उसे छापने में जरा भी हिचकते नहीं थे। अर्बन सर्विसेज के हेड जिरेन जेवियर टोप्पो, केशव जी और गुरूबारी हेम्ब्रम तथा हिना ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये और सभी अतिथियों के प्रति आभार जताया।
गोष्ठी में डॉ शुक्ला महंथी (एकेडमिक सलाहकार राज्यपाल ओडीशा) तथा नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर डॉ फिरोज अहमद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अपनी राय प्रकट की। आगुंतकों में गौहर अजीज, आर के चौधरी, डॉ जकी अख्तर, रिजवान औरंगाबादी, अनवर अदीब, डा उधम सिंह, साजिद परवेज आदि ने भी अपने उद्गार प्रकट किये।