झारखंड
हेमंत सोरेन और मंत्री हफीजुल हसन का पुतला दहन, जमुआ में भाजपा का जोरदार विरोध प्रदर्शन
📍जमुआ, गिरिडीह | 21 अप्रैल 2025
झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन के विवादित बयान “दिल में सरिया, हाथ में संविधान” को लेकर सियासी बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है। आज जमुआ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री हफीजुल हसन का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया।
🗣️ “देश संविधान से चलता है, न कि सरिए से” — भाजपा
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा जमुआ प्रखंड संयोजक सुमन सिन्हा ने किया। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा,
“सबसे पहले संविधान है, देश संविधान से चलता है। ऐसे बयान लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ हैं।“
वहीं भाजपा नेता विनय पांडेय ने तीखा हमला बोलते हुए कहा,
“जो लोग दिल में सरिया रखने की बात करते हैं, उन्हें सीरिया चले जाना चाहिए। भारत संविधान से चलता है, न कि सरिए से।“
भाजपा नेता वीरेंद्र राम ने मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा,
“झारखंड में ऐसे नेताओं की कोई जगह नहीं है। इन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।“
📲 सोशल मीडिया पर भी विरोध
भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी दशरथ यादव ने कहा,
“राज्य में ऐसे नेताओं को मंत्री बनाया गया है जिन्हें संविधान और कानून की जानकारी ही नहीं है। ऐसे में राज्य का बेड़ा गर्क होना तय है।“
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👥 भाजपा कार्यकर्ताओं की भारी उपस्थिति
विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। प्रमुख रूप से उपस्थित नेताओं में शामिल रहे:
- सुमन सिन्हा (प्रखंड संयोजक)
- दशरथ कुमार यादव (सोशल मीडिया प्रभारी)
- राजेंद्र राय, प्रकाश यादव, वीरेंद्र राम गुप्ता, अनंत साव, विनय पांडेय, अनिल महथा
- पियारी राणा, पिंटू साव, सूरज साव, अजीत वर्मा, भूदेव सिंह, पुरुषोत्तम सिन्हा, कपिल देव पांडे, पप्पू वर्मा आदि
❗विशेष बिंदु:
- यह विरोध हफीजुल हसन के बयान के खिलाफ था।
- भाजपा कार्यकर्ताओं ने “एक देश, एक विधान, एक संविधान” का नारा दिया।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी निशाने पर लिया गया।
🔎 विश्लेषण:
झारखंड की सियासत में यह मामला नया मोड़ ले सकता है। भाजपा इस बयान को लेकर लगातार आक्रामक है और इसे आने वाले चुनाव में बड़ा मुद्दा बना सकती है। वहीं सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है।
वीडियो देखें :