वन विभाग के पदाधिकारियों को मदद के लिए आगे आने का दिया निर्देश
रिपोटर : जय कुमार
चाईबासा : मंत्री दीपक बिरुवा गुरुवार को हाटगम्हारिया प्रखंड के हाथी प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे थे। उन्होंने कीताहातु गांव में बैठक कर ग्रामीणों से इस बारे में बातचीत की और उनकी समस्याओं को जाना। इस दौरान जामडीह पंचायत के विभिन्न गांवों नोगड़ा , कीताहातु, जिकीलता, देवझारी, चित्रीबिला, करमबुरु, उलीपी आदि के ग्रामीण उपस्थित हुए। मौके पर वन विभाग के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान मंत्री जी के द्वारा हाथी प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के बीच हाथियों से बचाव के लिए बड़े टॉर्च व पटाखे वितरण किए गए, ताकि हाथियों के आने पर उन्हें भगाया जा सके।
यह भी पढ़े :पेयजल की असुविधा को देखते हुए अविलंब बोरिंग की मांग: विजय सामाड।
ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के कारण पूरे इलाके में खौफ का माहौल है। हाथियों का झुंड विभिन्न गांवों में घूमकर खेतों में लगी फसलों को नष्ट कर रहा है। इससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है। हाथियों के डर से गांव के लोग रात-रात भर पहरा कर रहे हैं।
इस दौरान वन विभाग के पदाधिकारी ग्रामीणों को हाथियों से बचाव के लिए कई जरूरी टिप्स दिए। वहीं माननीय मंत्री श्री दीपक बिरुवा ने कहा कि ग्रामीण हाथियों से प्रभावित जंगलों में प्रवेश नहीं करें एवं हाथियों के झुंड की गांव तरफ आने की सूचना पर गांव में एक जगह एकत्रित हो जाएं तथा टॉर्च जला लें जिसके प्रकाश से हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश नहीं करेगा। हाथियों के गांव के नजदीक आने पर उन्हें पत्थर आदि ना मारें अन्यथा हाथी गुस्से में आ जाते हैं।
यह भी पढ़े :चाईबासा वन प्रमंडल के प्रकृति व्याख्या केंद्र का हुआ लोकार्पण।
उन्होंने ग्रामीणों की स्थिति देखते हुए वन विभाग के पदाधिकारियों को मदद के लिए आगे आने का निर्देश दिया। वहीं एक निश्चित तिथि निर्धारित कर वन कर्मियों को ग्रामीणों के साथ रहकर हाथियों को भगाने का निर्देश दिया। यहां उपस्थित वन विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा जंगल में आग से बचाने की अपील की गई। विभागीय अधिकारियों ने कहा कि वातावरण को शुद्घ बनाए रखने के लिए वनों को आग से बचाने में विभाग का सहयोग करें। जंगल में आग लगने की सूचना मिलने पर तत्काल विभाग को सूचना दें। बैठक में मुख्य रूप से जिला बीस सूत्री सदस्य सुभाष बनर्जी, हाटगम्हारिया वनपाल प्रभारी सजीत तिरिया, मझगांव वनपाल प्रभारी भरत कुमार बोदरा, पंकज कुमार रजक समेत अन्य मौजूद थे।