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एनआईटी जमशेदपुर में खनिज प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय कार्यशाला का भव्य समापन।

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जमशेदपुर : एनआईटी जमशेदपुर के धातुकर्म एवं पदार्थ अभियांत्रिकी विभाग में “लौह अयस्क एवं कोयला के विशेष संदर्भ में खनिज प्रसंस्करण तकनीकों में उन्नति (एएमपीटीआईसी-24)” विषय पर एक सप्ताह के अल्पकालिक प्रशिक्षण एवं राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का समापन समारोह आज संपन्न हुआ। एएमपीटीआईसी-24 के समापन समारोह में जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील के अनुसंधान एवं विकास सेवा प्रमुख डॉ. अनूप कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।

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मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने समाज की बेहतरी के लिए लौह एवं कोयले के विवेकपूर्ण उपयोग पर अपने विचार व्यक्त किए तथा भावी पीढ़ियों के लिए इनके महत्व पर बल दिया। एनआईटी जमशेदपुर के उप निदेशक प्रो. राम विनय शर्मा ने नवीन विचारों के सृजन को बढ़ावा देने तथा खनिज प्रसंस्करण तकनीकों के विकास का प्रस्ताव रखा। विभाग के कार्यवाहक प्रमुख प्रो. चंद्र शेखर चौधरी ने पांच दिवसीय कार्यशाला के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर अपने विचार साझा किए।

एनआईटी

एएमपीटीआईसी-24 की संयोजक डॉ. रीना साहू ने अपने विचार व्यक्त किए तथा सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। भविष्य में एएमपीटीआईसी को बेहतर बनाने के लिए प्रतिभागियों से फीडबैक लिया गया। प्रतिभागियों ने छात्रावासों में आवास, प्रदान किए जाने वाले भोजन के मानक और पाठ्यक्रम सामग्री वितरण की प्रभावशीलता से संबंधित अपने अनुभव बताए। डॉ. अनूप कुमार और डॉ. राम विनय शर्मा ने सभी उपस्थित लोगों को भागीदारी प्रमाण पत्र प्रदान किए।

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एएमपीटीआईसी-24 के आयोजन सचिव डॉ. राम कृष्ण ने सभी प्रतिभागियों, मुख्य वक्ताओं, आयोजन समिति के सदस्यों और स्वयंसेवकों, जिनमें श्री हिमांशु मिश्रा, डॉ. प्रिय रंजन मिश्रा, श्री रजनेश भारती, श्री अरविंद कुमार, श्री राजीव रंजन, श्री अभिषेक आर्य, श्री सिद्धार्थ शर्मा, श्री आशुतोष, श्री यश, श्री कृष्णा, श्री जैद, श्री अमित, श्री हर्षित, सुश्री इशिका और सुश्री श्रीवाली शामिल हैं, के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया। मुख्य वक्ता बीआईटी सिंदरी, टाटा स्टील और सीएसआईआर-एनएमएल जमशेदपुर से थे। उन्होंने हमें खनिज प्रसंस्करण के कई पहलुओं और क्षेत्र में नवीनतम सफलताओं के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की।

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