- सिदगोड़ा में तीसरा बाल मेला 20 नवंबर को
- आचार संहिता के कारण एक दिन का ही आयोजन
- 10+2 स्तर तक के स्कूली छात्र ले सकेंगे भाग
जमशेदपुर। स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट और नेचर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 20 नवंबर को तृतीय बाल मेला का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन बाल उद्यान, चिल्ड्रन पार्क, सिदगोड़ा में किया जा रहा है।
स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट के ट्रस्टी अशोक गोयल और नेचर फाउंडेशन के ट्रस्टी अंशुल शरण ने जानकारी दी कि झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता के कारण इस बार बाल मेला केवल एक दिन के लिए आयोजित होगा। यह मेला विश्व बाल दिवस के अवसर पर हो रहा है। इसमें 10+2 स्तर तक के स्कूली छात्र-छात्राएं भाग ले सकेंगे।
मेले का कार्यक्रम
मेले का आरंभ सुबह 8 बजे होगा और समापन शाम 4 बजे किया जाएगा। आयोजन में विविध प्रकार की खेल-कूद प्रतियोगिताएं, मनोरंजक कार्यक्रम और ज्ञानवर्धक गतिविधियां होंगी।
मेले का उद्देश्य
1954 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस घोषित किया गया था। 1989 में इसी दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकार समझौते को अंगीकृत किया। ट्रस्टी अंशुल शरण ने बताया कि भारत ने 1992 में बाल अधिकार प्रपत्र पर हस्ताक्षर किया और 2005 में बाल अधिकार संरक्षण अधिनियम लागू किया। इस मेले का उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास और समावेशी नीतियों के क्रियान्वयन को प्रोत्साहन देना है।
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गत वर्षों का आयोजन
प्रथम बाल मेला-2022 तीन दिवसीय और द्वितीय बाल मेला-2023 पांच दिवसीय था। ये मेले क्रमशः राष्ट्रीय बाल दिवस (14 नवंबर) और विश्व बाल दिवस (20 नवंबर) के अवसर पर आयोजित किए गए थे।
प्रतियोगिताओं का विवरण
1. बालक वर्ग (जूनियर) – कक्षा 4 से 7 तक:
– मेंढक दौड़
– 50 मीटर दौड़
– बिस्कुट/टॉफी दौड़
– एक पैर की दौड़
2. बालक वर्ग (सीनियर) – कक्षा 8 से 10 तक:
– बोरा दौड़
– तीन पैर की दौड़
– गोला फेंक
– डिस्कस थ्रो
3. बालिका वर्ग (जूनियर) – कक्षा 4 से 7 तक:
– मेंढक दौड़
– 50 मीटर दौड़
– बिस्कुट/टॉफी दौड़
– एक पैर की दौड़
4. बालिका वर्ग (सीनियर) – कक्षा 8 से 10 तक:
– गोली चम्मच रेस
– रस्सी कूद दौड़
– सुई-धागा दौड़
– गोला फेंक
5. विशेष कार्यक्रम:
– ताइक्वांडो (12 साल तक के बच्चों के लिए)
– कबड्डी (बालक एवं बालिका वर्ग, कक्षा 8 से 12)
– योग
– चित्रांकन प्रतियोगिता
– फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता
– चेशायर होम के दिव्यांग बच्चों के लिए खेल-कूद प्रतियोगिताएं
1954 में संयुक्त राष्ट्र ने 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस घोषित किया था। इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता लाना है। आयोजकों ने सभी अभिभावकों और छात्रों से इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लेने की अपील की है।