उत्तर प्रदेश

सीतापुर के पत्रकार की नृशंस हत्या के विरोध में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने पैदल आक्रोश मार्च निकाला।

Published

on

  • मीडियाकर्मियों ने एक स्वर में उत्तर प्रदेश सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की।

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश : सीतापुर में दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की नृशंस हत्या के विरोध में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेराज अहमद कुरैशी के नेतृत्व में पत्रकारों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर, काली मंदिर गोलघर से जिलाधिकारी कार्यालय तक आक्रोश पैदल मार्च करते हुए पत्रकार के हत्यारों को फांसी दो व पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करों के नारा लगाते हुए जिला अधिकारी की अनुपस्थिति में उप जिलाधिकारी वित्त विनीत सिंह को माननीय मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।

इस शांतिपूर्ण पैदल आक्रोश मार्च में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारीयो एवं पत्रकारों ने पैदल आक्रोश मार्च में शामिल होकर विरोध दर्ज कराया। उपस्थित पत्रकारों ने एक स्वर में सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने को की मांग की। मीडियाकर्मियों में इस नृशंस हत्याकांड को लेकर काफी आक्रोश के साथ इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की।

THE NEWS FRAME

Read More : स्वास्थ्य और स्वच्छता को लेकर विधायक प्रतिनिधियों के साथ मानगो नगर निगम के उप नगर आयुक्त की बैठक

इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेराज अहमद कुरैशी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार पत्रकारों का उत्पीड़न और हत्यायें हो रही। सीतापुर में दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी एवं जौनपुर में आशुतोष श्रीवास्तव की निर्मम हत्या तथा महोबा में नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा दो पत्रकारों को निर्वस्त्र कर प्रताड़ित करने की घटना से सभी मीडियाकर्मियों में आक्रोश है। सभी मीडियाकर्मियों ने एक स्वर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि जिस तरह महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ की सरकार ने पत्रकार हित में पत्रकार सुरक्षा कानून बना कर लागू किया है उसी प्रकार उत्तर प्रदेश सरकार भी पत्रकार सुरक्षा कानून बना कर लागू करें।

श्री कुरैशी ने आगे कहा कि दिवंगत पत्रकार के परिजनों को सरकार एक करोड़ रुपये मुआवजा, एक परिजन को सरकारी नौकरी और उनके बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था की जाएं। असुरक्षित पत्रकारों को आत्म सुरक्षा हेतु शस्त्र लाइसेंस आवेदन के 15 दिन के अंदर बिना एनएससी के वरियता के आधार पर लाइसेंस प्रपत्र जारी किया जाए तथा पत्रकारों के ऊपर भ्रष्ट अधिकारियों एवं नेताओं द्वारा उनके पक्ष में समाचार नहीं लिखने से असंतुष्ट होकर उनके विरुद्ध फर्जी मुकदमे थाने में दर्ज करा के प्रताड़ित कराये जा रहे हैं।

Read more : चाईबासा में रेस्टोरेंट एवं मिष्ठान भंडार का निरीक्षण, खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश

आप ऐसे पत्रकारों के उत्पीड़न को रोकने के लिए जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सूचनाधिकारी व इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष की एक समिति प्रत्येक जिले में गठित करा के पत्रकारो के विरुद्ध दर्ज शिकायतों की निष्पक्ष जांच कराने के उपरांत दोषी पाये जाने पर ही कार्यवाही की जाएं। नगर, ब्लाकों और शहरों के पत्रकारो का सरकार द्वारा पांच लाख रुपये का सामूहिक दुर्घटना बीमा कराया जाए। जिसकी किस्त सरकार द्वारा दी जाएं और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रदेश सरकार ने हमारी मांगे नही मानी तो इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन पूरे प्रदेश में सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी।

अन्य मीडियाकर्मियों ने भी अपने वक्तव्य देकर इस जघन्य हत्याकांड पर आक्रोश व्यक्त किया।

इस आक्रोश पदैल मार्च एवं ज्ञापन देने में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेराज अहमद कुरैशी, प्रदेश कोषाध्यक्ष पूर्वांचल नवेद आलम, मंडल अध्यक्ष गोरखपुर रफ़ी अहमद अंसारी, मंडल सचिव सतीश चंद्र, जिला प्रवक्ता सतीश मणि त्रिपाठी, जुबेर आलम, आशुतोष कुमार, अजमेर खान, तहसील अध्यक्ष अंशुल वर्मा, जाकिर अली, रामकृष्ण शरण मणि त्रिपाठी, मेराज अहमद, डाॅ.शकील अहमद, डाॅ वेद प्रकाश निषाद, रमाशंकर गुप्ता, दुर्गेश मिश्रा, विनय तिवारी, सुनील कुमार भारती, श्रवण कुमार गुप्ता, मोहम्मद आजम, अहद करीम, रफीक अहमद आदि मीडियाकर्मी शामिल रहें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version