प्रियंका मोदक अपने परिवार जनों के साथ |
Jamshedpur : मंगलवार 31 जनवरी, 2023
वुशू प्लेयर्स ट्रेनिंग सेंटर (निःशुल्क वुशू ट्रेनिंग सेंटर) में पिछले दो वर्षो से कोच बिजय सोय जी के देखरेख में अभ्यास करते हुए पिछले दिनो प्रियंका मोदक ने रांची खेल गांव में आयोजित जूनियर वुशू वूमेंस लीग में झारखंड का प्रतिनिधित्व करते हुए ब्राऊंच मेडल अपने नाम किया था। साथ ही गोड्डा में आयोजित राज्य स्तरीय स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। चेन्नई में 2 फरवरी से 6 फरवरी तक आयोजित नेशनल चैंपियनशिप के लिए प्रियंका मोदक जमशेदपुर से रांची के लिए रवाना रांची से चेन्नई के लिए झारखंड टीम रवाना होगी।
रांची स्टेशन के बाहर प्रियंका मोदक के साथ वुशू प्लेयर्स ट्रेनिंग सेंटर के पदाधिकारीगण |
आज पुर्वी सिंहभूम वुशू एसोसिएशन के सचिव गोकुलनंद मिश्रा जी संयुक्त सचिव सह कोच बिजय सोय जी ने अच्छा प्रदर्शन कर देश का नाम रौशन कर जीतकर आने हेतु शुभकामनाएं दिए।
प्रियंका मोदक अपनी माता और पिता के साथ |
उपहार संस्था के अध्यक्ष बिजय सिंह संरक्षक भाजपा नेता विमल बैठा जी ने उपहार संस्था की और से नेशनल चैंपियनशिप भाग लेने हेतु होने वाले खर्च को उठाया। इस सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कोच बिजय सोय जी कहा वे पिछले दो वर्षो से गरीब बच्चों को नि:शुल्क वुशू ट्रेनिंग देते हैं। वर्तमान समय में शिक्षा के साथ साथ खेल जगत भी एक ऐसा माध्यम है जिससे बच्चे अपने भविष्य को उज्जवल कर सकते हैं।
प्रियंका मोदक हमारे संवाददाता अभिषेक कुमार, समाजसेवी विमल बैठा, गुरु गोकुलानंद मिश्रा और बिजय सोय के साथ |
प्रियंका मोदक अपने गुरु गोकुलानंद मिश्रा और बिजय सोय के साथ |
गरीब परिवार के बच्चों के अंदर खेल भावना और अच्छा प्रतिभा होने के बावजूद आर्थिक स्थिति से कमजोर होने कारण बच्चे आगे नहीं बढ़ पाते। इसलिए ऐसे बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए बिजय सोय ने निःशुल्क वुशू ट्रेनिंग सेंटर मानगो बालिगुमा क्लब खोला जहां काफी संख्या में बच्चे एवं बच्चियां अभ्यास करते हैं। अपने साथी सहयोगी एवं राजनीतिक संगठन सामाजिक संगठनों से सहायता लेकर बच्चों के जरूरत के सामानों को पूरा किया जाता है। आज बच्चे अपने मेहनत और लगन से राज्य राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत का परचम लहरा रहे हैं। अपने राज्य अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
आज प्रियंका मोदक को जमशेदपुर से रांची रेलवे स्टेशन पहुंचाने में मुख्य रूप से शामिल हुए गोकुलनंद मिश्रा, बिजय सोय, बिमल बैठा, ओमप्रकाश रजक, शेखर कैर्बत और सुरेश गोप।