जमशेदपुर: राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली की सदस्य डॉ. आशा लकड़ा और उनकी टीम जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के सीवी रमन छात्रावास का निरीक्षण करने पहुंची। इस दौरान माननीय कुलपति प्रो. डॉ. अंजिला गुप्ता ने भी छात्रावास का निरीक्षण किया। छात्रावास अधीक्षक डॉ. रत्ना मित्रा, छात्रावास वार्डन और छात्रावास के सभी कर्मचारी मौजूद थे। उनकी टीम का पारंपरिक नृत्य, एनएसएस ताली के साथ स्वागत किया गया। एनसीसी के छात्र-छात्राओं ने उनका साथ दिया।
छात्रावास निरीक्षण के बाद ऑडियो विजुअल हॉल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो. डॉ. अंजिला गुप्ता ने की। माननीय कुलपति ने डॉ. आशा लकड़ा का स्वागत किया। आईक्यूएसी निदेशक और छात्रावास अधीक्षक डॉ. रत्ना मित्रा ने स्वागत भाषण दिया। अध्यक्षीय भाषण में डॉ. अंजिला गुप्ता ने माननीय डॉ. आशा लकड़ा के आगमन पर आभार व्यक्त किया और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी दी।
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डॉ आशा लकड़ा ने अपने संबोधन में जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के बारे में कहा कि यह बहुत ही गर्व की बात है कि यह झारखंड का पहला महिला विश्वविद्यालय है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य होने के नाते उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज अनुसूचित जनजातियों की सोच में बदलाव की जरूरत है।
हमारी सोच समन्वय वाली होनी चाहिए ताकि हम समाज के सभी लोगों को साथ लेकर चल सकें। साथ ही निरीक्षण के बाद सीवी रमन ने छात्रावास की भोजन व्यवस्था को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की और अन्य चीजों की भी तारीफ की और कहा कि यहां अच्छे रसोइए और अच्छे भोजन की व्यवस्था है।
छात्रावास की छात्राओं से मुलाकात के बाद छात्राओं को अनुसूचित जनजाति आयोग किस तरह काम करता है इसकी भी जानकारी दी गई। धन्यवाद ज्ञापन और मंच संचालन डॉ नुपुर अन्विता मिंज ने किया।
इस अवसर पर शोध पदाधिकारी श्री पीके, कल्याण पदाधिकारी श्री राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, प्रॉक्टर डॉ. सुधीर कुमार साहू, छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ. किश्वर आरा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. रमा सुब्रमण्यम, डॉ. सनातन दीप, डॉ. ग्लोरिया पूर्ति, श्रीमती अमृता कुमारी, डॉ. सोनाली सिंह, डॉ. पुष्पलता, श्रीमती गुड़िया, श्रीमती सरोज व श्रीमती विद्या सहित शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित थे।