पूर्वी सिंहभूम : जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनन्य मित्तल ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें चुनाव में प्रत्याशियों के व्यय की निगरानी पर जोर दिया गया। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि चुनावी खर्च पर पूरी नजर बनाए रखी जाए ताकि नियमों का पालन हो सके और चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी एवं संवैधानिक ढंग से संपन्न हो।
बैठक में जिला के उप विकास आयुक्त, परियोजना निदेशक आईटीडीए, सह वरीय पदाधिकारी व्यय लेखा कोषांग, और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। सभी छह विधानसभा क्षेत्र के सहायक व्यय पर्यवेक्षक (एईओ) व लेखा दल के सदस्य भी उपस्थित थे।
बैठक में चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों के द्वारा प्रचार-प्रसार एवं अन्य कार्यों हेतु किए जाने वाले खर्चों के निगरानी से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई।
श्री मित्तल ने बैठक में अधिकतम खर्च की सीमा को 95 लाख रूपये में निर्धारित किया और प्रत्याशियों के द्वारा किए गए प्रत्येक व्यय का नित प्रतिदिन अलग-अलग रजिस्टर में संधारित करने का निर्देश दिया।
पी.डी आईटीडीए सह वरीय पदाधिकारी व्यय लेखा कोषांग ने व्यय पर्यवेक्षकों के नामित होने की जानकारी दी और उन्हें खर्चों के लेखा-जोखा को ध्यान से संधारित करने का निर्देश दिया।
इस बैठक के माध्यम से जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी टीमों को तकनीकी आधार पर संपूर्ण कार्यों के निष्पादन पर जोर दिया और चुनावी प्रक्रिया को सुचारू एवं पारदर्शी बनाने का आग्रह किया।
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जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने यह भी आह्वान किया कि राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों को नियमों का पालन करते हुए चुनावी खर्च को संपूर्ण ट्रांसपेरेंट बनाए रखना चाहिए ताकि लोकसभा निर्वाचन 2024 में प्रत्याशियों द्वारा किए जा रहे चुनावी खर्च पर नजर रखी जा सके।
इस बैठक में निर्वाचन के दायित्वों का निर्वाहन सुनिश्चित करने के लिए आपसी तालमेल स्थापित किया गया है और सभी टीमें अपने-अपने कार्यों को पूरा करेंगी।