इस वर्ष भिवाड़ी नालों एवं सड़कों पर इकट्ठा हुए वर्षा जल में औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले प्रदूषित पानी का अंश तक नहीं,भिवाड़ी काले पानी की धारणा को बदला, इस मानसून काला पानी नहीं बहा सड़कों पर।
राजस्थान : खैरथल-तिजारा, 3 जुलाई। जिला कलेक्टर डाॅ. आर्तिका शुक्ला के बीते पिछले महीनों में लगातार भिवाड़ी दौरे एवं प्रभावी मॉनिटरिंग के चलते इस मानसून ऋतु में सड़कों पर काला पानी नहीं दिखा।जिला कलक्टर शुक्ला ने बताया कि पूरे प्रशासन ने एक दूसरे से समन्वय रखते हुए भिवाड़ी जल भराव से निपटने के लिए बनाए गए प्लान पर कार्य करने एवं औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों व आमजन के सहयोग से भिवाड़ी के काले पानी की समस्या से निपटने में सहयोग मिला।
गत महीनों में भिवाड़ी के ड्रेनेज सिस्टम की युद्ध स्तर पर सफाई कर ड्रेजिंग की गई जिससे कि नालों में औद्योगिक इकाइयों से निकले हुए प्रदूषित पानी के हुए जमाव को हटाया गया एवं औद्योगिक इकाइयों पर बीडा, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल, रीको व राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार किए गए सर्वे एवं निगरानी के चलते सड़कों पर इस मानसून प्रदूषित पानी देखने को नहीं मिला।
जिला कलक्टर ने बताया कि सभी विभागों के अधिकारी औद्योगिक इकाइयों से निकले हुए प्रदूषित पानी को ड्रेनेज में मिलने से रोकने के साथ-साथ बारिश के पानी को सड़कों पर ना बहने देने व हरियाणा द्वारा लगाए रैंप के चलते अलवर भिवाड़ी बाईपास पर इकट्ठा वर्षा जल को निकालने को लेकर किए गए प्लान पर कार्य कर भरे हुए पानी को जल्द से जल्द पंपसेट के माध्यम से निकाल रास्ते को सुचारु किया जा रहा है ताकि भिवाड़ी में जल भराव ना हो। उन्होंने बताया कि स्थाई निवारण के लिए भी विभागों द्वारा प्लान तैयार कर राज्य स्तर पर भेजा गया है।