TNF News

The new session: नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के बी.कॉम के नये सत्र के छात्रों ने व्यावहारिक कौशल में हासिल की उत्कृष्टता

Published

on

जमशेदपुर : नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में बी.कॉम नये सत्र के छात्रों ने अपने पहले महीने में व्यावहारिक शिक्षा और प्रमाणपत्रों की दिशा में एक शानदार उपलब्धि हासिल की है। छात्रों ने पावर बीआई, वित्तीय लेखांकन में डिप्लोमा, और बिजनेस फाइनेंस में प्रमाणन जैसे तीन प्रमुख प्रमाणपत्र सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की शिक्षा प्रणाली में व्यावहारिक कौशल पर दिए जा रहे विशेष जोर और छात्रों को नौकरी के लिए तैयार करने के उद्देश्य से की गई पहल का हिस्सा है।

इस उल्लेखनीय पहल का नेतृत्व प्रोफेसर विवेक सिंह ने किया, जबकि विभागाध्यक्ष (एचओडी) डॉ. राकेश कुमार की देखरेख और रजिस्ट्रार नागेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू किया गया।

रजिस्ट्रार नागेंद्र सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल सैद्धांतिक ज्ञान देना नहीं है, बल्कि वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के लिए छात्रों को तैयार करना है। इस दृष्टिकोण का मुख्य उद्देश्य छात्रों की रोजगार क्षमता को बढ़ाना है, ताकि वे वर्तमान नौकरी बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्राप्त कर सकें।

यह भी पढ़ें : invitational karate competition : सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में 8वीं राज्य स्तरीय आमंत्रण कराटे प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ

बी.कॉम के छात्रों को सैद्धांतिक शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल में भी निपुण बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने मासिक प्रमाणन और व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया है। हर महीने छात्रों को दो व्यावहारिक कौशल सिखाए जाएंगे और उन्हें उस पर आधारित प्रमाणपत्र दिए जाएंगे, ताकि वे उद्योग की मांगों के अनुसार अपने कौशल का विकास कर सकें। इससे न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि उनके करियर की संभावनाएं भी प्रबल होंगी।

विभागाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार ने कहा कि पावर बीआई प्रमाणपत्र के माध्यम से छात्र डाटा विश्लेषण और प्रबंधन कौशल सीख रहे हैं, जो व्यापारिक फैसलों को प्रभावी ढंग से लेने में सहायक होते हैं। इसी प्रकार, वित्तीय लेखांकन में डिप्लोमा उन्हें वित्तीय प्रबंधन और लेखांकन में विशेषज्ञता प्रदान करता है। बिजनेस फाइनेंस में प्रमाणन छात्रों को व्यावसायिक वित्त की बारीकियों से परिचित कराता है, जिससे वे वित्तीय निर्णय लेने में सक्षम बनते हैं।

उन्होंने बताया कि नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों को उच्च-स्तरीय कौशल के साथ तैयार किया जाए, जो उन्हें नौकरी के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त दिलाए। विश्वविद्यालय की यह पहल रोजगार-उन्मुख शिक्षा के लिए उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

प्रो. विवेक सिंह नेक की प्रतिस्पर्धा के इस दौर में कंपनियां व्यावहारिक और तकनीकी रूप से सक्षम उम्मीदवारों की तलाश करती हैं। अतः यह पहल छात्रों को न केवल उनके अकादमिक विकास में बल्कि उनके करियर के लिए आवश्यक व्यावसायिक कौशल में भी निपुण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version