चक्रधरपुर : ईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान ने अध्यक्ष वीर सिंह बूढ़ीउली के नेतृत्व में चक्रधरपुर विधायक सह जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्य सुखराम उरांव से उनके आवास में मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा। जिसमें 2014 में उनकी झामुमो की सरकार के द्वारा ईचा डैम रद्द करने हेतु जनजातीय सलाहकार परिषद ने अनुशंसा किया था । 2019 के चुनाव में झामुमो के द्वारा डैम के मुद्दे को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया गया था।
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विधायक को पार्टी के वादे की याद दिलाते हुए डैम को अविलंब रद्द कराने की मांग रखी। संघ के प्रतिनिधिमंडल के द्वारा विधायक सुखराम उरांव को वर्तमान चल रहे जन आंदोलन और कानूनी लड़ाई की जानकारी साझा की गई। इनका कहना था की यहां के लाखों आदिवासी मूलवासी, ग्रामीण विस्थापन का दंश झेल रहे हैं।
विस्थापितों उनका हक और न्याय दिलाने के लिए अनुरोध किया। प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने कहा की सरकार का यह आखिरी सत्र है। सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए अविलंब इसे रद्द करने की पहल करने की मांग की। विधायक ने संघ के प्रतिनिधिमंडल को आगामी मानसून सत्र में डैम के मामले को उठाने का आश्वासन दिया है।
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उन्होंने प्रतिनिधि मंडल को भरोसा दिलाया है की आदिवासी मूलवासियों को कभी भी ईचा डैम से विस्थापित होने नहीं दिया जाएगा। आगामी सत्र में इस मुद्दे का निर्णायक पहल करने का आश्वासन दिया है। इस प्रतिनिधिमंडल में वीर सिंह बुड़ीउली, सुरेश सोय, रेयांस सामड, श्याम कुदादा, योगेश कालुंडिया, गुलिया कालुंडिया, एंव आंदोलकारी शामिल थे।