जमशेदपुर : 11 मई 2024 को, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर, टाटा स्टील ने अपने नए प्रौद्योगिकी उत्थान का एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। कंपनी ने सस्टेनेबिलिटी के लक्ष्य को हासिल करने और विकास की योजनाओं को पूरा करने में मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी को महत्व दिया।
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टाटा स्टील ने कई प्रमुख परियोजनाओं को शुरू किया है, जिसमें हाइड्रोजन इंजेक्शन के माध्यम से ब्लास्ट फर्नेस का संचालन और CO2 उत्सर्जन को कम करने के लिए उपाय शामिल हैं। कंपनी ने भी स्थायी और प्रभावी समाधानों की खोज की है, जैसे कि ब्रांडेड स्टील स्लैग उत्पाद और सल्फर युक्त पोषक तत्व सप्लीमेंट-धुर्वी गोल्ड।
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साथ ही, टाटा स्टील ने अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए भी कई आग्रह किए हैं, जैसे कि आईआईटी भुवनेश्वर और इंपीरियल कॉलेज लंदन के साथ। इससे कंपनी ने अपने उत्पादों को और भी उत्कृष्ट बनाने का वादा किया है।