झारखंड

जद(यू) जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव का बयान- “बन्ना गुप्ता चुनावी हार के सदमे में, अस्पताल मुद्दे पर सरयू राय को बना रहे निशाना”

Published

on

 

📍 जमशेदपुर, 5 मई 2025 | जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने एक तीखा बयान जारी करते हुए कहा है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता चुनावी हार के सदमे से अब तक उबर नहीं पाए हैं और बिना तथ्य के विधायक सरयू राय को एमजीएम अस्पताल की घटनाओं के लिए दोषी ठहरा रहे हैं। उन्होंने इसे “मानसिक दिवालियेपन” का प्रतीक बताया।

🏥 एमजीएम अस्पताल के छज्जा हादसे पर बनी राजनीतिक तकरार

हाल ही में एमजीएम अस्पताल के जर्जर भवन का छज्जा गिरने से तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी। इस हादसे के बाद पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने आरोप लगाया था कि अस्पताल को नए भवन में शिफ्ट न किए जाने के पीछे विधायक सरयू राय जिम्मेदार हैं। इसके जवाब में श्री श्रीवास्तव ने पलटवार करते हुए कहा कि:

“पिछले पाँच वर्षों तक प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता खुद थे। एमजीएम का नया भवन बनकर तैयार हो गया था, परंतु पानी जैसी मूलभूत व्यवस्था तक नहीं हो सकी। इसके लिए सरयू राय कैसे जिम्मेदार हो सकते हैं?”

Read More : जमशेदपुर पश्चिमी में जनसेवा के लिए तीन नई जिम्मेदारियाँ, विधायक सरयू राय ने सौंपे विशेष कार्य

💧 बिना पानी की व्यवस्था के कराया उद्घाटन

श्री श्रीवास्तव ने दावा किया कि बन्ना गुप्ता ने मुख्यमंत्री को गुमराह कर विधानसभा चुनाव के पहले नए अस्पताल भवन का जल्दबाजी में उद्घाटन कराया, जबकि पानी की आपूर्ति की कोई योजना पूरी नहीं थी। अब जिला प्रशासन वहां बोरिंग करवा रहा है।

📋 भवन निर्माण विभाग पर भी उठाए सवाल

जद(यू) नेता ने कहा कि हर साल भवनों का ढांचा अंकेक्षण भवन निर्माण विभाग द्वारा किया जाना चाहिए, लेकिन एमजीएम जैसे संवेदनशील अस्पताल की जर्जर स्थिति का समुचित आकलन तक नहीं कराया गया। उन्होंने कहा:

“बन्ना गुप्ता सिर्फ स्वास्थ्य मंत्री ही नहीं, बल्कि जमशेदपुर पश्चिम के विधायक भी थे। फिर उन्होंने खुद अपने क्षेत्र के इस प्रमुख अस्पताल की मरम्मत के लिए कोई ठोस प्रयास क्यों नहीं किया?”

⚠️ घोटालों और गलत प्राथमिकताओं का आरोप

सुबोध श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि बन्ना गुप्ता की प्राथमिकता “नई और खर्चीली इमारतें बनवाना” थी, न कि उनके संचालन और बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था पर ध्यान देना। उन्होंने दावा किया कि स्वास्थ्य विभाग में कोविड काल समेत बीते पाँच वर्षों में कई घपले-घोटाले हुए, जिनकी जिम्मेदारी से बचने के लिए अब बन्ना गुप्ता सरयू राय को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।

📣 “मानसिक संतुलन खो चुके हैं बन्ना गुप्ता”

अपने बयान के अंत में श्री श्रीवास्तव ने तीखा आरोप लगाया कि:

“ऐसे बयान वही व्यक्ति दे सकता है, जिसने मानसिक संतुलन खो दिया हो और जिसे यह भी न पता हो कि उसके बयान का परिणाम क्या होगा।”

✍️ राजनीति गर्म, जनता चिंतित

एमजीएम अस्पताल हादसे को लेकर राजनीति अब जवाबी बयानों और आरोप-प्रत्यारोपों में उलझ चुकी है। एक ओर जहां आम जनता स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली से चिंतित है, वहीं नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version