जमशेदपुर: श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन के खेल विभाग और एनएसएस इकाई द्वारा बीएड प्रशिक्षुओं के लिए दलमा हिल में एक रोमांचक ट्रैकिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। खेल प्रशिक्षक श्री सूर्यजीत सिंह और सहायक प्रोफेसर श्री बिनय शांडिल्य के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में सत्र 2023-25 के कई प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।
ट्रैकिंग के लिए दलमा पहाड़ को चुना गया था। प्रशिक्षुओं ने सुबह 7:00 बजे ट्रेक शुरू किया और गणेश मंदिर, जो ट्रेक का पहला पड़ाव था, में कुछ देर आराम करने के बाद फिर से चढ़ाई शुरू की। तीन घंटे की लंबी चढ़ाई के बाद, ट्रेकिंग दल सुबह 10:00 बजे दलमा की चोटी पर पहुंचा।
चोटी पर पहुंचने के बाद, ट्रेक प्रशिक्षक ने सभी छात्रों को ट्रेकिंग के महत्व, प्रशिक्षण, सावधानियां, प्रकृति संरक्षण, मूल्यों का विकास, स्वास्थ्य, समस्या समाधान कौशल, और दृढ़ इच्छा शक्ति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी। प्रशिक्षुओं ने कैंपिंग और टेंट लगाना भी सीखा।
पूरे ट्रेकिंग रूट पर और हर पड़ाव पर, एनएसएस स्वयंसेवकों ने सभी छात्रों की भागीदारी के साथ स्वच्छता अभियान भी चलाया। दोपहर के भोजन और आराम के बाद, टीम कई नए अनुभवों के साथ दोपहर 3:00 बजे बेस प्वाइंट पर लौट आई।
यह ट्रैकिंग कार्यक्रम प्रशिक्षुओं के लिए एक यादगार अनुभव था। उन्होंने न केवल प्रकृति का आनंद लिया, बल्कि कई महत्वपूर्ण जीवन कौशल भी सीखे।
यहां कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं:
- आयोजक: श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन, खेल विभाग और एनएसएस इकाई
- प्रतिभागी: बीएड प्रशिक्षु (सत्र 2023-25)
- स्थान: दलमा हिल
- गतिविधियां: ट्रैकिंग, कैंपिंग, टेंट लगाना, स्वच्छता अभियान
- महत्वपूर्ण जानकारी: ट्रेकिंग का महत्व, प्रशिक्षण, सावधानियां, प्रकृति संरक्षण, मूल्यों का विकास, स्वास्थ्य, समस्या समाधान कौशल, और दृढ़ इच्छा शक्ति
यह कार्यक्रम प्रशिक्षुओं के लिए प्रकृति का आनंद लेने, नए अनुभव प्राप्त करने और महत्वपूर्ण जीवन कौशल सीखने का एक शानदार अवसर था।
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श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन द्वारा दलमा हिल में आयोजित ट्रैकिंग कार्यक्रम: एक रोमांचक अनुभव
श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन के खेल विभाग एवं एनएसएस इकाई के संयुक्त तत्वावधान में बी.एड. के प्रशिक्षणार्थियों के साथ ट्रैकिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस रोमांचक गतिविधि में महाविद्यालय के खेल प्रशिक्षक श्री सूर्यजीत सिंह एवं सहायक प्रोफेसर श्री बिनय शांडिल्य के नेतृत्व में संचालित की गई।
बीएड के कई प्रशिक्षु, सत्र 2023-25 में इस ट्रैकिंग कार्यक्रम में भाग लिया। ट्रैकिंग के लिए दलमा पहाड़ को चुना गया। प्रशिक्षुओं ने सुबह 7:00 बजे दलमा ट्रेक पर चढ़ाई शुरू की और ट्रेक के पहले पड़ाव के बीच गणेश मंदिर में कुछ देर आराम करने के बाद फिर से चढ़ाई शुरू की।
तीन घंटे की लंबी चढ़ाई के बाद ट्रैकिंग दल सुबह करीब 10:00 बजे दलमा की चोटी पर पहुंचा। वहां पहुंचने के बाद ट्रेक प्रशिक्षक ने सभी छात्रों को ट्रेकिंग से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी दी जैसे ट्रेकिंग का महत्व, ट्रेक पर जाने से पहले प्रशिक्षण, ट्रेक के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां, प्रकृति को करीब से जानना और उसके साथ सामंजस्य स्थापित करना, प्रकृति संरक्षण, मूल्यों के विकास, अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, समस्या समाधान कौशल, दृढ़ इच्छा शक्ति आदि के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
प्रशिक्षुओं ने वहां कैंपिंग, टेंट लगाना आदि भी सीखा। पूरे ट्रैकिंग रूट पर और हर पड़ाव पर एनएसएस स्वयंसेवकों ने सभी छात्रों की भागीदारी के साथ स्वच्छता अभियान भी चलाया, ताकि हमारा पर्यावरण स्वच्छ और सुरक्षित रह सके। दोपहर के भोजन के बाद कुछ देर आराम करने के बाद, टीम कई नए अनुभवों के साथ दोपहर 3:00 बजे बेस प्वाइंट पर लौट आई।
ट्रैकिंग से होने वाले लाभ:
शारीरिक स्वास्थ्य:
- हृदय स्वास्थ्य: ट्रैकिंग हृदय गति को बढ़ाता है, जो हृदय को मजबूत बनाता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- मांसपेशियों को मजबूत बनाता है: ट्रैकिंग पैरों, कूल्हों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
- हड्डियों को मजबूत बनाता है: ट्रैकिंग हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों के खतरे को कम करता है।
- वजन कम करने में मदद करता है: ट्रैकिंग एक कैलोरी-बर्निंग गतिविधि है जो वजन कम करने में मदद करती है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है: ट्रैकिंग रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
मानसिक स्वास्थ्य:
- तनाव कम करता है: ट्रैकिंग तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
- एकाग्रता में सुधार करता है: ट्रैकिंग एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार करता है।
- आत्मविश्वास बढ़ाता है: ट्रैकिंग आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान को बढ़ाता है।
- रचनात्मकता को बढ़ावा देता है: ट्रैकिंग रचनात्मकता और नए विचारों को जन्म देने में मदद करता है।
अन्य लाभ:
- प्रकृति से जुड़ने का अवसर: ट्रैकिंग प्रकृति से जुड़ने और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने का एक शानदार तरीका है।
- नए लोगों से मिलने का अवसर: ट्रैकिंग नए लोगों से मिलने और नए दोस्त बनाने का एक शानदार तरीका है।
- नए अनुभव प्राप्त करने का अवसर: ट्रैकिंग नए अनुभव प्राप्त करने और अपने comfort zone से बाहर निकलने का एक शानदार तरीका है।
ट्रैकिंग की सावधानियां:
- अपनी क्षमता के अनुसार ट्रैक चुनें: अपनी शारीरिक क्षमता और अनुभव के अनुसार ट्रैक का चुनाव करें।
- उचित तैयारी करें: ट्रैकिंग से पहले उचित तैयारी करें, जैसे कि उचित जूते और कपड़े पहनना, पर्याप्त पानी और भोजन ले जाना, और प्राथमिक चिकित्सा किट ले जाना।
- मौसम का ध्यान रखें: खराब मौसम में ट्रैकिंग करने से बचें।
- अकेले न जाएं: हमेशा किसी के साथ ट्रैकिंग करें, अकेले न जाएं।
- अपने आसपास के बारे में जागरूक रहें: ट्रैकिंग करते समय अपने आसपास के बारे में जागरूक रहें और खतरों से सावधान रहें।
- अपनी सीमा जानें: अपनी सीमा जानें और अपनी क्षमता से अधिक ट्रैकिंग करने से बचें।
- पर्यावरण का सम्मान करें: ट्रैकिंग करते समय पर्यावरण का सम्मान करें और कूड़ा-करकट न फैलाएं।
ट्रैकिंग एक शानदार गतिविधि है जो कई लाभ प्रदान करती है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप उचित सावधानियां बरतें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।