चाईबासा (जय कुमार): स्थानीय सिंहभूम एसोसिएशन फुटबॉल मैदान में शहीद राम भगवान केरकेट्टा दो दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता मंगलवार को शुरू हुई। इसका उद्घाटन मुफस्सिल थाना प्रभारी रंजीत उरांव और उरांव समाज के अध्यक्ष संचू तिर्की ने संयुक्त रूप से किया। मालूम हो कि आदिवासी उरांव समाज संघ द्वारा पिछले 40 वर्षों से लगातार इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। 17-18 सितंबर को आयोजित इस प्रतियोगिता में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम के अलावा धनबाद, पुरुलिया, बोकारो आदि जिलों की 40 टीमें भाग ले रही हैं।
मंगलवार को आयोजित पहले राउंड में कांकुसी की टीम ने आयता को 1-0 से हराया, हेंसला राजनगर ने भी स्थानीय कुम्हार टोली को 1-0 से हराकर दूसरे राउंड में प्रवेश किया। इसी तरह हेस्साडीह ने तेलंगाखुरी को 1-0 से, कुर्सी ने बासकेनगर टाटा गम्हरिया को पेनाल्टी में 2-1 से, रुंगसाई ने भालूपानी को 2-0 से, आनंदडीह खरसावां ने स्थानीय टीम चित्रटोला को 3-0 से, पठानमारा ने सरजोमडीह को 1-0 से, पुलहातु ने मुंडादेव को 4-1 से, टोंकाटोला ने सोखानडीह को हराकर दूसरे राउंड में प्रवेश किया।
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इसी तरह राजनगर ने मोसोडीह सिनी को 1-0 से, नदी पार ने पंप रोड चक्रधरपुर को हराकर दूसरे राउंड में जगह बनाई। मोदी की टीम ने चांडिल को 1-0 से, बंगाल टाइगर पुरुलिया ने कोकचो को 1-0 से, स्थानीय टीम बनटोला ने धनबाद ब्लैक डायमंड को 1-0 से, इच्छापुर ने संकोसाई टाटा को 2-0 से, मेरीटोला ने बोकारो की टीम को पेनाल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर दूसरे राउंड में प्रवेश किया है, वहीं सेताहाका ने मंडलसाई चक्रधरपुर को 2-1 से हराकर दूसरे राउंड में प्रवेश किया है। कल यानि बुधवार 18 सितंबर को दूसरा राउंड और अगले राउंड का मैच सुबह 7:00 बजे से शुरू होगा, इसके साथ ही कल फाइनल मैच भी खेला जाएगा।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के माननीय कैबिनेट मंत्री श्री दीपक बिरूवा होंगे और विशिष्ट अतिथि के रूप में चक्रधरपुर विधायक श्री सुखराम उरांव, उप विकास आयुक्त श्री संदीप कुमार मीना, अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्री अनिमेष रंजन और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री राहुल देव बड़ाईक कार्यक्रम में भाग लेंगे।
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आयोजन के पहले दिन के मैच को सफल बनाने में समाज के पदाधिकारी श्री संचू तिर्की, श्री सहदेव किस्पोट्टा, अनिल लकड़ा, बाबूलाल बरहा, दुर्गा खलखो, लालू कुजूर, कृष्णा टोप्पो, विष्णु मिंज, संजय नीमा, अजीत कच्छप, महावीर बरहा, गणेश कच्छप, राजकमल लकड़ा, पंकज खलखो, मथुरा कोया, सुमित बरहा, विक्रम खलखो, मंगल खलखो, रोहित खलखो, बंटी मिंज, शानू कच्छप, आशीष खलखो, महेश तिर्की शामिल थे ,शुभम लकड़ा, चंदन कच्छप, तेजो कच्छप, भोला कुजूर ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।*