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NIT जमशेदपुर में आई.ओ.टी. और ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम आधारित स्मार्ट और प्रभावी कृषि बनाने के लिए पांच दिवसीय कार्यशाला

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जमशेदपुर ।  झारखंड 

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर, 09 से 13 जनवरी, 2024 के दौरान आई.ओ.टी. और ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम का उपयोग करते हुए स्मार्ट और प्रभावी कृषि पर आधारित एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित, उन्नत उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम (ए-ईएसडीपी) का आयोजन कर रहा है। 

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आईओटी के मूल सिद्धांतों, आईओटी के बुनियादी निर्माण खंडों, कृषि में आईओटी के अनुप्रयोग, आईओटी पर हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण, ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस), जीएनएसएस पोजिशनिंग तकनीक, जीएनएसएस के अनुप्रयोग, वायरलेस सेंसर का डिजाइन, कृषि उपयोग हेतु करना है। देश के विभिन्न संस्थानों जैसे सिक्किम, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, झारखंड आदि, के छात्र इस कार्यक्रम से लाभान्वित होने के लिए आ रहे हैं। इस 5 दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों (जैसे आईआईटी बीएचयू, आईआईटी खड़गपुर, बर्दवान विश्वविद्यालय), मौसम विज्ञान विभाग और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के अतिथि शामिल हैं। 

कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के डायमंड जुबली हॉल में आयोजित किया गया, जिसमें प्रो गौतम सूत्रधार (निदेशक, एनआईटी जमशेदपुर), प्रोफेसर राम विनय शर्मा (उप निदेशक, एनआईटी जमशेदपुर), डॉ सी मधुसूदन राव (डीन, अकादमिक) और कार्यक्रम के समन्वयक डॉ सुरजीत कुंडू (सहायक प्रोफेसर, ईसीई विभाग) उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम के बारे में छात्रों को अवगत कराया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. गौतम सूत्रधार (निदेशक, एनआईटी जमशेदपुर) ने कृषि के क्षेत्र में आईओटी और जीएनएसएस के लाभों के बारे में अवगत कराया। एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के महत्व को समझाया, प्रो मृत्युंजय कुमार सिन्हा ने भी सभी लोगों से कृषि में उन्नत तकनीक और प्रद्योगिकी का उपयोग और देस हित में उसके अनुप्रयोग करने को कहा।  डॉ सुरजीत कुंडू ने उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम के दौरान होने वाले सभी विषयों से लोगों को अवगत कराया। 

कार्यक्रम के प्रथम दिन आईआईटी खड़गपुर के प्रो मंचिकांति पद्मावती, प्रो रिंटू बनर्जी  डॉ. पीयूष सोनी और बर्धवान विश्वविद्यालय के डॉ. अनिंद्य बोस ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये।  प्रो मंचिकांति पद्मावती ने बौद्धिक संपदा अधिकार और किस तरह अपने नए प्रयोगों को पेटेंट करना जरुरी है, की जानकारी दी।  प्रो रिंटू बनर्जी  ने कृषि क्षेत्र में नए प्रयोगों और आईआईटी खड़गपुर किस तरह नए उद्यमी की मदद कर सकता है उसकी जानकारी दी। डॉ. पीयूष सोनी ने अग्रिम कृषि के लिए सूचना आधारित प्रबंधन प्रणाली का विस्तृत विवरण प्रदान की। इस कार्यक्रम की  जानकारी संस्थान के मिडिया प्रभारी सुनील कुमार भगत दवारा दी गई।

कार्यशाला का विवरण : 

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