जमशेदपुर: “नील-दीप नि:शक्त सेवा अभियान” निरंतर गरीब और जरूरतमंद दिव्यांगों की सेवा कर रहा है। अभियान के तहत, गांव-गांव से ऐसे दिव्यांगों को चिन्हित किया जाता है जिनके पास अभी तक दिव्यांग प्रमाण पत्र नहीं है।
हर महीने की 5वीं और 25वीं तारीख को, दिव्यांगों को सदर अस्पताल के मासिक कैंप में ले जाकर उनकी शारीरिक जांच करवाई जाती है और दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाए जाते हैं।
इसके अलावा, सिविल सर्जन कार्यालय से दिव्यांग प्रमाण पत्र लाकर दिव्यांगों के घर-घर तक पहुंचाया जाता है। “स्वामी विवेकानंद नि:शक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन भत्ता” के लिए आवश्यक कागजात भी दिव्यांगों को उपलब्ध कराए जाते हैं और भत्ता दिलवाने में उनकी मदद की जाती है।
“नील-दीप नि:शक्त सेवा अभियान”
आज भी “नील-दीप नि:शक्त सेवा अभियान” के संचालक पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल ने कड़ी धूप में अपनी कर्तव्य का पालन करते हुए दिव्यांगों को उनके घर-घर जाकर दिव्यांग प्रमाण पत्र पंहुचाए।
ये भी पढ़ें : त्वरित कारवाई करते हुए काण्ड में चोरी किये गये सामानों के साथ अपराधी गिरफ्तार।
आज जिन दिव्यांगों को प्रमाण पत्र पंहुचाया गया:
- कल्याणी मोदक, पति – बबलू मोदक (पोटका)
- ओमप्रकाश मंडल, पिता – विकास मंडल (पोटका)
- अनन्त भकत, पिता – स्व. मयरा भकत (शंकरदा)
- प्रभाती गोप, पति – विजय गोप (भागाबांधी)
इन दिव्यांगों को बहुत जल्द “स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन भत्ता” का लाभ भी दिलवाया जाएगा।
आज पूर्व पार्षद श्री मंडल के साथ मुनीराम बास्के और सत्यानंद मंडल भी उपस्थित थे।
“नील-दीप नि:शक्त सेवा अभियान” दिव्यांगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहा है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद कर रहा है।