TNF News

नक्सलियों ने मेघाहातुबुरु में तीन स्थानों पर लगाये बैनर पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में कोल्हान बंद बुधवार को।

Published

on

रिपोटर : जय कुमार

चाईबासा : भाकपा माओवादी नक्सलियों ने किरीबुरु थाना अन्तर्गत मेघाहातुबुरु स्थित सिविल कार्यालय एवं मीना बाजार बस स्टैंड के बगल में अलग-अलग दो बैनर तथा फिल्टर प्लांट के पास सिविल मेंटेनेंस कार्यालय के बगल में एक स्थान पर बैनर लगाया है. यह बैनर 9 जुलाई की अहले सुबह लगाये जाने की बात कही जा रही है.

यह भी पढ़े :गुईगांव मतकामहातु टोला में 28 जून से अब तक ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण बिजली आपूर्ति ठप: विजय सामाड।

बैनर में नक्सलियों ने पुलिसिया नरसंहार के खिलाफ 10 जुलाई को कोल्हान बंद तथा राजनीतिक बदला लेने का आह्वान किया है. यह बैनर भाकपा माओवादी की दक्षिणी जोनल कमिटी द्वारा लगाया गया है. पुलिस ने सारे पोस्टर को हटा दिया है. नक्सलियों का 24 घंटे का बंद 9 जुलाई की रात 12 बजे से 10 जुलाई की रात 12 बजे तक रहेगा.

उल्लेखनीय है कि 23 मई को लोवादा गांव के निकट जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली बुधराम मारा गया था. बुधराम दो अन्य साथियों के साथ लोवादा गांव क्षेत्र में गया था. इसके बाद 17 जून की सुबह लगभग 4.30 बजे कोल्हान जंगल स्थित लिपुंगा गांव के समीप नक्सली के एक कैम्प पर पुलिस ने हमला कर पांच नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया था.

इस हमले में कुख्यात नक्सली कांडे होनहागा उर्फ दिरीसुम (सारंडा सबजोनल कमेटी के सदस्य), सिंगराय (पुलिस के कोल्हान मुक्त करने के बर्बर दमन अभियान का मुकाबला हेतु गठित स्पेशल दस्ता के कमांडर सह सारंडा एरिया कमेटी सदस्य), सपनी हांसदा (उम्मीदवार पार्टी सदस्य), सूर्या देवगम उर्फ मुंडा (पीएलजीए के मारक दस्ता सदस्य), और जोगा मारला (सांस्कृतिक टीम की साधारण सदस्य) शामिल थे. इस दौरान एक महिला व एक पुरुष नक्सली को गिरफ्तार किया गया था.

यह  भी पढ़े:रामायण और महाभारत की घटना को दर्शाता होयोहातु छौ नृत्य मड़ली कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न। 

दक्षिणी जोनल कमेटी के प्रवक्ता अशोक ने मारे गये छह नक्सलियों का राजनीतिक बदला लेने की घोषणा की है. इसी के आलोक में आज रात 12 बजे से बंद कोल्हान बंद का आह्वान किया गया है. इस बंदी में नक्सली कोल्हान व सारंडा क्षेत्र में कोई बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं, क्योंकि मारे गये सारे नक्सली इसी जंगल क्षेत्र के हैं. नक्सलियों का मुख्य निशाना हमेशा से रेलवे रहता है. पुलिस व रेलवे हाई अलर्ट पर हैं, ताकि नक्सली किसी घटना को अंजाम नहीं दे सकें.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version