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Five Day Workshop on AI Tools : करिम सिटी कॉलेज बना नवाचार का केंद्र, एआई टूल्स पर पांच दिवसीय कार्यशाला

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Five Day Workshop on AI Tools

🧠📱 एआई टूल्स पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन: शिक्षकों को स्मार्ट टीचिंग और असेसमेंट की नई दिशा
करिम सिटी कॉलेज बना नवाचार का केंद्र, 15 कॉलेजों के शिक्षक-विद्यार्थी हो रहे लाभान्वित

जमशेदपुर, 13 अप्रैल 2025 – करीम सिटी कॉलेज के शिक्षा संकाय द्वारा आज से “Empowering Educators: AI Tools for Smart Teaching, Assessment & Academic Excellence” विषय पर एक पांच दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला की शुरुआत की गई। यह कार्यशाला इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (ICT) सेल की पहल पर आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य शिक्षकों को एआई तकनीकों से सुसज्जित करना है।

👨‍🏫 प्रमुख अतिथि और विशेषज्ञ

कार्यशाला में बतौर रिसोर्स पर्सन शामिल हुए:

  • डॉ. विमल जेराल्ड, असिस्टेंट प्रोफेसर – कंप्यूटर साइंस, सेंट जोसेफ कॉलेज, त्रिची, तमिलनाडु।
    डॉ. जेराल्ड ने पहले सत्र में शिक्षकों और छात्रों को बताया कि AI टूल्स कैसे शिक्षण प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली, व्यावहारिक और विद्यार्थीकेंद्रित बना सकते हैं।

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🎤 शुभारंभ सत्र में वक्ताओं के विचार

  • प्रो. सत्या झा (को-कन्वेनर, शिक्षिका – शिक्षा संकाय) ने कहा,
    “AI अब शिक्षा का भविष्य है, और यह कार्यशाला शिक्षकों को भविष्य के लिए तैयार करने का एक प्रयास है।”
  • डॉ. सुचेता भुइयां (विभागाध्यक्ष और कार्यशाला की कन्वेनर) ने डॉ. जेराल्ड के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा,
    “आपका मार्गदर्शन आने वाले शिक्षकों की सोच और तकनीकी समझ को सशक्त बनाएगा।”
  • डॉ. मोहम्मद रियाज (प्रिंसिपल और कार्यशाला के पैट्रन) ने आयोजन की सफलता के लिए पूरी टीम को बधाई दी और प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं।

🏫 शहर के 15 कॉलेजों की सहभागिता

इस कार्यशाला में जमशेदपुर और आसपास के लगभग 15 कॉलेजों के शिक्षक और विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में शिक्षकों को AI आधारित शिक्षण सामग्री निर्माण, आकलन प्रक्रिया में ऑटोमेशन, छात्र सहभागिता बढ़ाने के लिए टूल्स, आदि विषयों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है।

📌 निष्कर्ष

यह कार्यशाला न केवल तकनीक और शिक्षा के संगम का प्रतीक है, बल्कि यह भविष्य के शिक्षण मॉडल की एक झलक भी प्रस्तुत करती है। एआई टूल्स से सुसज्जित शिक्षक निश्चित रूप से आने वाले समय में शिक्षण की गुणवत्ता को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं।

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