उच्च न्यायालय में पिटिशन फाइल करने की प्रक्रिया शुरू
जमशेदपुर : पूर्व सांसद एवम् कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. अजय कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा लोगों के लिए किए जा रहे कार्यों से कुछ लोगों के पेट में मरोड़ उठने लगता है और वे बयानवीर बन जाते है। किसी के द्वारा किए गए कार्यों पर सवाल उठाने से पहले अपने किए गए कार्यों पर भी नजर डाल लेना उचित होता है।
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गरीब लोगों का आंसू पोछना और दुख की घड़ी में उसके साथ खड़ा होने के लिए व्यक्ति के अंदर मानवीय संवेदना भी होना चाहिए। केवल सवाल उठाकर एवम् दूसरों का उपहास उड़ाने से समस्या का समाधान नहीं होता। जो लोग आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सवाल पूछ रहें हैं, पहले उन्हे जवाब देना चाहिए की विगत पांच वर्षों में उन्होंने भुईयाडीह स्थित कल्याण नगर, इंदिरा नगर सहित उन 150 परिवारों से कितनी बार मिले।उनके द्वारा क्या पहल की गई ? उन्हे यह भी बताना चाहिए की तत्कालीन उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री के कार्यकाल के दौरान जब पहली बार इन 150 घरों के सर्वेक्षण का आदेश आया था तो उनके द्वारा क्या कदम उठाए गए थे।
डॉ. अजय कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बयानबाजी में विश्वास नहीं करती वह लोगोंको राहत दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में लगातार प्रयास किए जा रहे है। कानून विशेषज्ञों से इस मामले के संबंध में राय ली जा रही है। वहीं आर्टेनी जनरल से भी बात हुई है उन्होंने कहा है कि जल्द ही सरकार के तरफ से एनजीटी में एक हाल्फनामा दायर किया जाएगा।
वहीं गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ता कानून विशेषज्ञों से विचार विमर्श कर रांची उच्च न्यायालय में इस मामले पर तत्काल रोक लगाने के लिए पिटिशन भी फाइल करने की प्रक्रिया में लगे हैं।श्री कुमार ने कहा कि तथ्यों की पूरी जानकारी होने बाद बयान देना उचित होता है। वर्ना बयान सिर्फ अखबारी बयान बन कर रह जाता है। हमने उपायुक्त को ज्ञापन नहीं बल्कि पत्र लिखकर यह पूछा था की एनजीटी के आदेश का आधार क्या है ? ताकि उन तथ्यों पर विशेषज्ञों से राय लेकर आगे की कानूनी लड़ाई को बेहतर ढंग से लड़ा जा सके।