जमशेदपुर, 09 सितंबर 2024: कलकत्ता के आर जी कर अस्पताल में रात की ड्यूटी के दौरान महिला डॉक्टर अभया के साथ हुई दरिंदगी और बलात्कार की घटना को एक महीना बीत चुका है, लेकिन न्याय अब तक नहीं मिल पाया है। यह भारतीय न्याय व्यवस्था पर एक गंभीर प्रश्न खड़ा करता है। इसी मुद्दे पर आज साकची स्थित IMA कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें शहर के कई प्रमुख डॉक्टरों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान डॉक्टरों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि महिला डॉक्टरों को रात में भी अपनी सेवाएं देनी पड़ती हैं, फिर भी उनके साथ इस प्रकार का अमानवीय कृत्य होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। 30 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभया के हत्यारे अब भी कानून की गिरफ्त से बाहर हैं। डॉक्टरों ने मांग की कि इस मामले को जल्द से जल्द फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से निपटाया जाए और अपराधियों को कड़ी सजा दी जाए।
डॉक्टरों ने कहा कि निर्भया को न्याय मिलने में 12 साल का समय लग गया था, अब सवाल यह है कि अभया को न्याय मिलने में और कितना वक्त लगेगा? समाज में अपराधियों के लिए एक मजबूत संदेश जाना चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों में डर पैदा हो। इसके साथ ही, डॉक्टरों ने यह भी कहा कि मोबाइल में पोर्न सामग्री को पूरी तरह से बंद किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चों में अश्लील मानसिकता पनप रही है और समाज में विकृतियां बढ़ रही हैं।
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महिलाओं की सुरक्षा पर गहरा सवाल:
डॉक्टरों का कहना था कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसे अभियान तब तक बेकार हैं, जब तक बेटियों को समाज में सुरक्षा नहीं मिलती। जब अस्पताल जैसी जगह, जो डॉक्टरों का घर और मंदिर मानी जाती है, वहां इस तरह की घटनाएं होंगी तो कोई भी महिला डॉक्टर कैसे अपनी जिम्मेदारी निभाएगी? अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
डॉक्टरों ने यह भी कहा कि समाज में 6 महीने से लेकर 80 साल तक की महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। हमें अपनी सोच और मानसिकता बदलनी होगी। बच्चों की सही परवरिश और उन्हें सम्मान का पाठ पढ़ाना जरूरी है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हों।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टरों ने की कड़ी सजा की मांग:
जमशेदपुर ऑब्सटेट्रिक्स एवं गायनेकोलोजिस्ट सोसाइटी (जोग्स) के स्त्री रोग विशेषज्ञों ने फेडेरेशन ऑफ आब्सट्रेटिक एंड गाइनेकोलॉजिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय आवाहन पर IMA हॉल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इसमें जोग्स के प्रेसिडेंट डॉ. बिनोद अग्रवाल, डॉ. सरिता कुमारी, डॉ. स्वाति सिंघल, डॉ. वलसला, डॉ. आशा गुप्ता, डॉ. सौरभ चौधरी, डॉ. रंजना जोशी, डॉ. वनिता सहाय, डॉ. रेणुका चौधरी सहित अन्य कई स्त्रीरोग विशेषज्ञ उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में मांग की कि अभया के मामले में अपराधियों को शीघ्र और कठोर सजा दी जाए और अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए समाज को एकजुट होना पड़ेगा और दोषियों को कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दिलाई जाए।