जमशेदपुर। पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. अजय कुमार ने गुरुवार को प्रेस बयान जारी कर कहा कि मोदी सरकार द्वारा संविधान बदलने का एक संकेत है, ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ प्लान. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार यह बात कहती रही है कि भाजपा की मंशा संविधान को पूरी तरह बदलने की है. वन नेशन वन इल्केशन इसकी शुरुआत है. संविधान पर खतरा अभी भी बरकरार है. बीजेपी द्वारा लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश को हम कामयाब नहीं होने देंगे.
डॉ. अजय ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव के लिए संविधान के कई अनुच्छेद 83, 85, 172, 174 और 356 में संशोधन करना होगा. वन नेशन वन इलेक्शन के सहारे बीजेपी की योजना क्षेत्रीय पार्टियों को खत्म करने की है.
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डॉ. अजय ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन व्यवहारिक भी नहीं है. जब भी चुनाव आते हैं तो बीजेपी ध्यान भटकाने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाती है. ऐसा करना संविधान और संघवाद के खिलाफ है. देश इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने सवाल पूछा ये योजना चुनावों का निजीकरण करके नतीजे बदलने की तो नहीं है? राजनीतिक दलों द्वारा ऐसी आशंका जतायी जा रही है, क्योंकि कल को सरकार कहेगी कि इतने बड़े स्तर पर चुनाव कराने के लिए उसके पास मानवीय और अन्य जरूरी संसाधन नहीं हैं, इसलिए हम चुनाव कराने का काम भी ठेके पर दे रहे हैं. जाहिर है कि जब सरकार चार राज्यों की चुनाव एक साथ कराने में असमर्थ है तो ऐसे में एक राष्ट्र एक एक चुनाव की बात करना मोदी सरकार की अन्य वादों की तरह जुमला साबित होगी.