Chandil : बुधवार 02 मार्च, 2022
कर्नाटक के एक भारतीय छात्र की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए AIDSO के महासचिव सौरव घोष ने प्रेस को निम्नलिखित बयान जारी किया-
“यूक्रेन में साम्राज्यवादी रूस के हमले में एक भारतीय मेडिकल छात्र की मौत पर हम गहरा खेद व्यक्त करते हैं। हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्य सभी मानवीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए इस एकतरफा क्रूर सैन्य हमले की भी निंदा करते हैं। व्यावहारिक रूप से यूक्रेन को साम्राज्यवादी रूस और अमरीका के नेतृत्व वाले नाटो के बीच कुचल दिया गया है।”
उन्होंने आगे कहा “विश्व के विभिन्न हिस्सों से हजारों छात्र जिनमें बड़ी संख्या भारत से हैं, युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे हुए हैं। विभिन्न देशों की सरकारें अपने छात्रों और नागरिकों की उनके घरों तक सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही हैं। हालांकि भारत सरकार ने यूक्रेन में भारतीय छात्रों को निकालने का आश्वासन दिया है, लेकिन वह इसके लिए कोई प्रभावी उपाय नहीं कर रही है। कर्नाटक के रहने वाले मेडिकल छात्र की मौत सरकार की लापरवाही का दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक परिणाम है। हम मांग करते हैं कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय छात्रों को निकालने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। हम शोक संतप्त परिवार को पर्याप्त मुआवजे की पुरजोर मांग करते हैं।”