नेशनल

2014 के बाद से भारत ने बनाये 7 वर्ल्ड रिकॉर्ड। विश्व का दूसरा सबसे बड़ा रोड नेटवर्क वाला बना देश।

Published

on

NHAI : नई दिल्ली 

भारत बहुत तेजी से विकास क्रम में आगे बढ़ रहा है। बता दें कि भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा रोड नेटवर्क वाला देश बन गया है, पहले यह खिताब चीन के पास था। पहले पायदान पर अमेरिका है। 

आपको जानकर हर्ष होगा कि भारत ने चीन को इस रिकॉर्ड में मात देते हुए उसका दूसरे नंबर का खिताब छीन लिया है। यह जानकारी भारतीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दिनांक 27 जून, 2023 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस बात की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 के बाद से भारत ने सबसे ज्यादा रोड नेटवर्क के मामले में काम किया है जिससे चीन पीछे हो गया है। उन्होंने बताया कि मोदी काल के 9 सालों में अबतक देश में 1.45 लाख किलोमीटर सड़कें बनाई गई हैं। जो कि अपने में एक रिकॉर्ड है।


अपने मंत्रालय के पिछले 9 सालों में किए गए कामों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में भारत ने कई ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे भारत के सड़कों में जोड़े हैं। जल्द ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI), दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पूरा करने वाली है। जो कि भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा। 

सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरीजी ने बताया कि NHAI कई नई सड़के बनाने के प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। जिसमें नेशनल हाईवे और एक्सप्रेस वे शामिल हैं। अप्रैल 2019 से अब तक NHAI ने 30 हजार किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण पूरे भारत में किया है। जिसमें से एक एक्सप्रेसवे दिल्ली और मेरठ को जोड़ता है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ – गाजीपुर शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया की NHAI ने सड़क निर्माण के 7 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं। 

मई के महीने में NHAI ने 100 घंटों में 100 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस वे का काम पूरा किया था।  यह लैंडमार्क गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेस पर किया गया।  वहीं पिछले साल अगस्त में NHAI ने NH – 53 पर 105 घंटे 33 मिनट में 75 किलोमीटर लंबा सिंगल बिटुमिनस कॉन्क्रीट रोड बनाया था। यह रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रकॉर्ड में दर्ज है। यह नेशनल हाईवे अमरावती से अकोला तक बनाया जा रहा है। 

टोल प्लाजा के जरिए रिवेन्यू भी बढ़ाया है। उन्होंने यह भी बताया कि फास्टैग्स की मदद से टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी लाइनों को कम किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि टोल से जनरेट होने वाला रिवेन्यू 4,770 करोड़ रुपये से बढ़कर अब  2,41,342 करोड़ हो गया है। मंत्रालय अब 21.30 लाख करोड़ टोल रिवेन्यू बढ़ाने की ओर काम कर रहा है।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version