जमशेदपुर | झारखण्ड
आजादनगर थाना क्षेत्र के रहने वाले आजादनगर थाना शांति समिति के सदस्य मोहम्मद आवेश राजा और उनकी पत्नी एवं रज़ी नौशाद उमराह के लिए रवाना हुए इस अवसर पर जमशेदपुर के समाजिक संस्था ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट के अभिभावक सैयद आसिफ अख्तर,मानगो नगर निगम के ब्रांड एंबेसडर मुख्तार आलम खान, मोइनुद्दीन अंसारी,हाजी फिरोज असलम और शहीद परवेज ने फूलों का हार पहना कर उन्हे उमराह के लिए रवाना किया और ट्रस्ट के लोगों ने उनसे गुजारिश की है के उमराह में जाकर हमारे मुल्क के आपसी भाईचारे और मुल्क की तरक्की के लिए दुआ करे।
क्या है उमराह ?
उमराह में खाना काबा का सात चक्कर लगाया जाता है इसके बाद दो रेकर नमाज मुकाम ए इब्राहिम के सामने अदा की जाती है, फिर साफा और मरवा दो पहाड़ों के बीच सात चक्कर लगाया जाता है इसके बाद सिर के बाल को कटवाया जाता है फिर जाकर उमराह पूरा होता है। मक्का में एहम मुकामात गार ए सौर, मीना, अरफात, मुजदल्फा, शैतान वागेरा की जियारत की जाती है। इसके बाद अपने लिए अपने जानने वालों और सारे दुनिया के लोगों के लिए बहुत दुआ की जाती है। मदीना में हुजूर के रौजे पर सलाम पेश किया जाता है और खास खास जगहों की जियारत की जाती है। मस्जिद कुबा जो के इस्लाम से पहली मस्जिद है इसमें नमाज पढ़ने का सावाब उमराह के बराबर है।