Crime Dairy : सीतापुर, उत्तर प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बेटे ने जायदाद की लालच में अपनी मां की तेरहवीं के दिन ही अपने वृद्ध पिता की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद वह अपनी पत्नी के साथ घर से भाग निकला।
घटना सायपुर गांव की है, जहां अवध राम यादव अपनी पत्नी किरण और बेटे सजीवन के साथ रहते थे। 13 दिन पहले अवध राम की पत्नी किरण की मृत्यु हो गई थी।
मृतक के बेटे सजीवन और बेटी नीतू की शादी हो चुकी थी। बेटी नीतू अपने ससुराल में रहती थी।
नीतू ने बताया कि चार दिन पहले उसके भाई सजीवन और पिता के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान पिता ने कहा था कि वह अपनी 18 बीघे पैतृक भूमि नीतू के नाम कर देंगे या बेच देंगे। नीतू ने आशंका जताई कि इसी बात को ध्यान में रखते हुए सजीवन ने अपने बेटे को चार दिन पहले ननिहाल भेज दिया था।
गुरुवार को 13वीं होने के चलते परिवार में रिश्तेदारी के लोग भी आए थे।
नीतू ने बताया कि सुबह में उसके पिता खेत की तरफ गए थे। पिता के पीछे-पीछे उसका भाई सजीवन भी बांका लेकर गया। उसने कहा कि उसके बाद उसके भाई ने पिता की गर्दन काटकर उनकी हत्या कर दी।
हत्या करने के बाद वह भागता हुआ घर पहुंचा और बाइक पर अपनी पत्नी को बैठाया तथा घर से फरार हो गया। नीतू ने कहा कि किसी को इस बात की जानकारी नहीं थी वरना उसे पकड़ कर रखा गया होता।
फिलहाल पुलिस द्वारा नीतू की तहरीर पर आरोपी बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है।
यह घटना मानवीय रिश्तों की भयावहता को दर्शाती है।
यह घटना हमें एक गंभीर चिंतन करने पर मजबूर करती है कि जायदाद के लिए हम किस हद तक गिर सकते हैं।