झारखंड

सिंहभूम चैम्बर ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के अंदर जाने वाले पैदल यात्रियों के लिये निर्मित मार्ग के बंद रहने/अतिक्रमण पर DRM चक्रधरपुर को पत्र लिखा।

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जमशेदपुर  |  झारखण्ड 

सिंहभूम चैम्बर ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के अंदर जाने वाले पैदल राहगीरों/यात्रियों के लिये निर्मित मार्ग के बंद रहने/अतिक्रमण पर डी.आर.एम. चक्रधरपुर का पत्र लिखकर किया ध्यानाकृष्ट। 

सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के अंदर पैदल जाने वाले राहगीरों/यात्रियों के लिये बनाई गये मार्ग का विभिन्न लोगों द्वारा अतिक्रमण कर पहुंचपथ को अवरूद्ध कर दिये जाने एवं इससे आम जनता और रेलवे यात्रियों को हो रही परेशानी को लेकर प्रमंडलीय रेल प्रबंधक, चक्रधरपुर, दक्षिण पूर्व रेलवे को पत्र लिखकर ध्यानाकृष्ट कराया है तथा पत्र की प्रतिलिपि महाप्रबंधक, दक्षिण-पूर्व रेलवे को भी प्रेषित की गई है।  यह जानकारी अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, मानद महासचिव मानव केडिया एवं उपाध्यक्ष जनसंपर्क एवं कल्याण अभिषेक अग्रवाल गोल्डी ने संयुक्त रूप से दी।

अध्यक्ष एवं महासचिव ने बताया कि टाटानगर रेलवे स्टेशन में यात्रियों की सुविधा के लिये रेलवे द्वारा मुख्य सड़क से वाहन से उतरकर स्टेशन तक जाने या स्टेशन से निकलकर मुख्य सड़क पर आने के लिये पहुंचपथ का निर्माण किया था। इससे रेल यात्रियों को काफी सुविधा भी हो रही थी। लेकिन कोविड काल में इस पथ को रेलवे द्वारा बंद कर दिया गया था और दोबारा शुरू नहीं किया गया।  उसके बाद इस रास्ते पर विभिन्न लोगों द्वारा अतिक्रमण कर इसे अवरूद्ध कर दिया गया है। जिससे रेल यात्रियों एवं राहगीरों को स्टेशन तक अपने सामानों को लेकर पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। और शहर में बाहर से आये आगंतुकों की नजर में टाटानगर की बहुत खराब छवि बन रही है। इसके बंद रहने से रेलवे द्वारा राहगीरों और रेलयात्रियों को सुविधा प्रदान करने के जिस उद्देश्ये से इस पहुंचपथ को बनाया गया था, वह उद्देश्य भी पूरा नहीं हो रहा है।  इस पहुंचपथ इस अतिक्रमण को हटाने के लिये स्थानीय अधिकारियों द्वारा कोई पहल भी नहीं की जा रही है।  

सचिव, जनसंपर्क एवं कल्याण सुरेश शर्मा लिपु ने कहा है कि इस रास्ते को रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा को देखते हुये कोविड पूर्व की स्थिति में लाकर दोबारा शुरू किया जाना चाहिए।

अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने प्रमंडलीय प्रबंधक से आग्रह किया है कि उपरोक्त परिस्थितियों को देखते हुये स्थानीय रेल अधिकारियों को यह निर्देश दे कि रेलवे के अंतर्गत आने वाले ऐसे रास्तों को जल्द से जल्द अतिक्रमणमुक्त कराया जाय तथा दोबारा इसपर अतिक्रमण न हो इसके लिये समय-समय पर इसकी निगरानी की जाय।

सिंहभूम चैम्बर के अन्य पदाधिकारियों उपाध्यक्ष अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, सचिव भरत मकानी, अधिवक्ता अंशुल रिंगसिया, विनोद शर्मा एवं कोषाध्यक्ष सीए अनिल रिंगसिया, ने भी प्रमंडलीय रेल प्रबंधक, चक्रधरपुर को इसपर त्वरित कदम उठाने का आग्रह किया है।

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