जमशेदपुर | झारखण्ड
जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देशानुसार जिले में समर अभियान का हुआ शुभारंभ, कुपोषित बच्चों एवं एनीमिया पीड़ित महिलाओं को किया जाएगा चिन्हित
एक दिवसीय कार्यशाला में आंगनबाड़ी कर्मी, एएनएम, जेएसएलपीएस की सक्रिय महिलाओं का किया गया उन्मुखीकरण
कुपोषण मुक्त राज्य बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता, प्रतिबद्ध होकर अभियान को सफल बनायें… उप विकास आयुक्त
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जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देशानुसार सिदगोड़ा टाउन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में समर अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर समर अभियान के सफल संचालन हेतु सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं, स्वास्थ्य विभाग की एएनएम जेएसएलपीएस की सक्रिय महिलाएं, सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं उपस्थित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के लिए एक दिवसीय कार्यशाला भी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार द्वारा की गई। उन्होने कहा कि इस 1000 दिवसीय अभियान के अन्तर्गत अति गंभीर कुपोषण (Severe acute malnourished-SAM) से ग्रसित बच्चों, गंभीर एनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाओं की पहचान की जायेगी। इन चिन्हित लोगो को उनके निकटमत आंगनबाड़ी केन्द्रो पर जांच की जायेगी और फिर अंततः कुपोषण (Severe acute malnourished – SAM) से ग्रसित बच्चों, गंभीर अनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाओं का उपचार करवाया जायेगा। यह स्क्रीनिंग की प्रक्रिया प्रत्येक तीन माह पर दोहरायी जायेगी।
उप विकास आयुक्त द्वारा अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के पदाधिकारियों को आवश्यक समन्वय के साथ कार्य करने का निदेश दिया गया। ऐसे सभी घर जहां पर कुपोषण एवं अनीमिया से ग्रसित बच्चों, किशोरियों, युवतियाँ, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाएं होती है, उन्हें सरकार के विभिन्न विभागों के ऐसे कार्यक्रमों से जोड़ा जायेगा जिनका कुपोषण निवारण पर प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव होता है। जिला को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने की दिशा में कार्य करना है। इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध करायें। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों के वजन माप करायें एवं कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों को एमटीसी में भर्ती सुनिश्चित करायें।
कार्यशाला में उपस्थित सदस्यों को जिला को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने हेतु शपथ दिलाई गयी। मास्टर ट्रेनर्स विजय वर्मा एवं शमिता मण्डल, झारखंड राज्य पोषण मिशन द्वारा उपस्थित सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं, स्वास्थ्य विभाग की एएनएम, जेएसएलपीएस की सक्रिय महिलाएं, सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं उपस्थित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को समर अभियान के संबंध में संपूर्ण विवरणी एवं प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती निर्मला बरेलिया, डीपीएम जेएसएलपीएस, झारखंड राज्य पोषण मिशन के मास्टर ट्रेनर्स, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी प्रखंड के स्वास्थ्य विभाग से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जेएसएलपीएस के प्रखंड प्रोजेक्ट मैनेजर, सभी महिला पर्यवेक्षिकाएं, आंगनबाड़ी सेविकाएं, स्वास्थ्य विभाग के एएनएम, जेएसएलपीएस की सक्रिय महिलाएं एवं अन्य उपस्थित थे।