धार्मिक

श्री श्री 1008 शिव हनुमान मंदिर, सहारा सिटी में मनाया गया वट सावित्री व्रत।

Published

on


Jamshedpur : आज दिनांक 10 जून, 2021 को पूरे देश में वटसावित्री व्रत को श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। वहीं श्री श्री 1008 शिव हनुमान मंदिर, सहारा सिटी, मंदिर परिसर में भी इस व्रतकथा का आयोजन किया गया था। मंदिर के अध्यक्ष एस एन पॉल जी एवं सोसायटी सचिव सुशील सिंह जी की ओर से कोरोना काल को ध्यान रखते हुए वटसावित्री पर्व के शुभ अवसर पर  सुहागिन महिलाओं ने पूजा अर्चना कर अपने पति की दीर्घायु की कामना करते हुए वर्तमान में कोरोना महामारी निदान हेतू भगवान से कामना की। जिसमें  समस्त कॉलोनी वासियों ने सम्मिलित होकर आयोजन को सफल बनाया।

क्या आप जानते हैं सावित्री पूजा या व्रत के दिन क्यों की जाती है बरगद की पूजा?

हिंदू धर्म और दर्शन शास्त्र के अनुसार बरगद ही एक मात्र ऐसा वृक्ष है जिसकी आयु सबसे अधिक होती है। इसलिए इसे अमर वृक्ष भी कहते हैं। वहीं शास्त्रों में बताया गया है कि इस वृक्ष में देवी-देवताओं का वास होता है और इसकी पूजा आराधना करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसलिए इस दिन बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है। 

सावित्री व्रत कब और क्यों मनाई जाती है?

पति की लंबी आयु के लिए पत्नि यह व्रत करती है। हिंदी कैलेंडर के ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को यह व्रत किया जाता है। 

एक पारंपरिक घटना के अनुसार इस दिन लकड़हारा सत्यवान की मृत्यु हो गई थी और जब यमराज सत्यवान की आत्मा को जीवन ज्योति रूप में अपने साथ ले जा रहे थे तभी अपने मृत पति को पुन: जीवित करने के लिए सावित्री ने यमराज से बारंबार प्रार्थना करते हुए उन्हें विवश कर दिया था। पति के प्रति इस निष्ठा को देखते हुए यमराज प्रसन्न होकर उसके पति सत्यवान के प्राण लौटा दिए। 

इस दिन सुहागन स्त्रियां वट वृक्ष का पूजन करते हुए सावित्री-सत्यवान की कथा को याद करती हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version