जमशेदपुर | झारखण्ड
दिनांक 27 जनवरी 2024 दिन शनिवार को श्रीराम टॉवर, मालिक श्री सीताराम अग्रवाल, रोड न एक, मिथिला कॉलोनी, हरि मैदान समीप, मुख्य सड़क पर अतिक्रमण कर बरिडीह बस्ती जमशेदपुर सील बहुमंजिल व्यावसायिक इमारत को ज एन ए सी के द्वारा दुबारा सील किया गया।
इस बहुमंजिल व्यावसायिक इमारत जिसमें पिछले वर्ष से अनुमंडल पदाधिकारी धालभूमगढ़ कार्यालय जमशेदपु, र में शिकयत दर्ज कर तारीख भी चल रहा है एवं बस्ती वासियों के द्वारा सिद्धगोर थाना में शिकयत भी दर्ज है में आज कार्य धड़ल्ले से चल रहा था।
इसकी जानकारी बस्ती वासियों ने ज़िला उपाध्यक्ष बब्लू झा को दिया जिस पर सुरक्षा की दृष्टिकोण से यह इमारत बनने से मुख्य सड़क काफी संक्रमित हो जाएगी। ना तो इस बहुमंजील ईमारत में कोई पार्किंग की व्यवस्था है एवं बिजली विभाग का पोल भी अपने ईमारत के अतिक्रमण कर अंदर लिया गया है। आए दिन दुघर्टना का शिकार बस्ती वाले हो रहे है।
बब्लू झा ने इस की सुचना ज़िला कार्यकारी नगर अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनकर ,मुख्य कार्यपालक अधिकारीजेएनएसी के विषेश पदाधिकरी एवम सिद्धगोरा थाना को भी सूचित किया।
थाना आने पर मजदूरों को बाहर निकाल दिया गया एवम थाना जाते ही फिर से कार्य आरंभ कर दिया गया परन्तु जेएनएसी के पधाधिकारियो ने पाया की अंडर मजदूर काम कर रहे थे जिसे दुबारा बाहर निकाल कर चेतावनी के साथ फिर से सील किया गया।
ऐसा प्रतीत होता है की अपने पैसे की रूवाब पर श्रीराम टावर के मालिक कानून को ताक पर रख सरकार की छवि को धूमिल कर रहे है। पूर्व में भी इमारत का काम रोका गया था जिसका विवरण इस प्रकार है:14 जनवरी 22 में काम बंद हुआ,16 जून 22 को सील हुआ,28 April 23 को फिर सील हुआ,06 मई 23 को फिर से सील हुआ और आज 24 जनवरी 23 को फिर सील किया गया। आखिर किसके इशारे से सील बंद इमारत में कार्य किया जा रहा था? बब्लू झा ने पूर्व में माननीय मुख्यमंत्री जी को भी पत्राचार के माध्यम से इसकी सूचना दी हैऔर अब आगे भी पत्राचार करेंगे।
बब्लू झा ने अधिकारियों से आग्रह किया की सुरक्षा दृष्टिकोण से इस अवैध निर्माण बहुमंजीला ईमारत पर कड़ी से कड़ी अविलंब करवाई करते हुए ध्वस्त किया जाए।
बब्लू झा, (जिला उपाध्य्क्ष, पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी) ने बताया की आखिर ज एन ए सी के अधिकारी आखँ में चोली क्यू खेल रहे? क्या इसमें भ्रष्टाचार कि बू नहीं आती है?
इससे प्रतीत होता है की आम जनता की समस्या या पीड़ा का सूद लेने वाला कोई नहीं। पूंजीवादी लोग अधिकारियों पर हावी है एवम मुख्य सरकारी सड़क पर अतिक्रमण रोकने के बजाय उनका साथ दे रहे है। इसकी सूचना पूर्व जिला उपयुक्त महोदय को दिया था।
हमे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है की हेमंत है तो हिम्मत है एव आप इस मामले की गंभीरता को संज्ञान मे लेते हुए इस इमारत को अविलंब ध्वस्त किया जाए एवम अधिकारियों पर लगाम लगा हमारी सरकार की छवि धूमिल होने से बचायेंगे।