जमशेदपुर | झारखण्ड
भारतीय मानवधिकार एसोसिएशन की ओर से आज दिनांक: 3/12/ 2023 विश्व दिव्यांग दिवस पर ईस्ट सिंहभूम एसोसिएशन ऑफ द डेफ एंड विमेंस एसोसिएशन ऑफ़ द डेफ की कार्यालय में जाकर उन सभी के साथ समस्याओं पर चर्चा किया गया। विगत कुछ महीना पहले मुख्य रूप से मूकबधिरों की पहचान के लिए प्रतीक चिन्ह की मान्यता देने के लिए राज्य सरकार के पास आवेदन दिए थे। जैसा की समाज में डॉक्टर/ वकील/ प्रशासन सभी का अपना – अपना प्रतीक चिन्ह है, किंतु नहीं सुन पाने और मूकबधिर का प्रतीक चिन्ह नहीं होने के कारण प्रशासन की ओर से उन्हें रोकने पर वे नहीं रुक पाते, जिसके फलस्वरुप प्रशासन द्वारा किये गए बुरे बर्ताव का सामना उन्हें करना पड़ता है।
इन मूखबधीर लोगों को खाने के लाले पड़ रहे हैं क्योंकि राज्य सरकार एवं भारत सरकार की ओर से दिया गया भत्ता राशि मात्र ₹1000 है। इस महंगाई की दौड़ में परिवार चलाना मुश्किल है, ऐसे में यह भत्ता काफी नहीं है। वहीँ इन के पास राशन कार्ड भी उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण इन्हें राशन की भी दिक्कत होती है। स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान कार्ड भी सभी के पास उपलब्ध नहीं है, भारत सरकार एवं राज्य सरकार की ओर से इन्हें स्वावलम्बी बनाने के लिए जो योजनाएं हैं इन के पास उपलब्ध नहीं हो पाता है। जिसके कारण इन लोगों को छोटा मोटा काम करके अपना भरण-पोषण करना पड़ता है और जो बेरोजगार है उन्हें अपने परिवार के ऊपर आश्रित होना पड़ता है। इस दिशा में हमारी सरकारों को सोचना पड़ेगा।