खूंटी : भ्रष्टाचार की एक और बेहतरीन निशानी झारखंड को मिली है। हम बात कर रहे हैं खूंटी जिले के कांची नदी पर बने पुल की। जिसका निर्माण हमारे हाथी उड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास जी एवं प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के डबल इंजन की सरकार के दौरान बना था।
यह घटना कोई साधारण घटना नहीं है। विश्व के हर देश की नजर हमारे नेताओं और उनके कार्यों पर रहती है। वहीं पूर्व सांसद सह एसपी रहे डॉ अजॉय कुमार ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस घटना की तीखी आलोचना की है।
उनका साफ कहना है कि- “यह घटना भ्रष्टाचार की एक बेहतरीन मिसाल पेश करती है, जिसमें मोदी जी का विकास और जनता के टैक्स के पैसे, दोनों ही नदी में बहते हुए नज़र आ रहे है।”
उन्होंने इस मामले में आगे कहा – “हेमंत सोरेन जी द्वारा उच्च-स्तरीय जाँच का आदेश दिया जाना एक स्वागत योग्य कदम है। इससे जनता के पैसो को लूटने वालो का पर्दाफाश होगा। उम्मीद है इस जांच में बनाए गए अभियुक्त, किसी भी अफसर को बिना डराए धमकाए, इस जांच का हिस्सा बनेंगे। यह निश्चित है कि भाजपा की सरकार के समय झारखण्ड राज्य में कमीशनखोरी एवं पैसों का बंदरबाट हुआ है, जिनका उपयोग कर उन्होंने म•प्र, कर्नाटक और अन्य राज्यों में विधायक ख़रीदे तथा लोकतंत्र की हत्या कर अपनी सरकार की स्थापना कर दी।”
निष्पक्ष जांच का होना अति आवश्यक हो जाता है। इसलिए वर्तमान सरकार को किसी भी दबाव में न आकर इसकी गहनता से जांच करवानी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए। यह बर्बादी केवल एक पुल की नहीं बल्कि पूरे राज्य की है।