जमशेदपुर : कोरोना महामारी के दूसरे लहर ने कई परिवार को आर्थिक और मानसिक रूप से तोड़ दिया है। ऐसा ही एक मामला जमशेदपुर के बागबेड़ा क्षेत्र से आया जहां एक 30 वर्षीय युवक जो अपने परिवार का कर्ता-धर्ता था जिसके ऊपर उसका पूरा परिवार आश्रित था उसकी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। परिवार की हालत ऐसी थी कि वह अंतिम संस्कार और क्रिया क्रम करने में भी सक्षम नही थे। मृतक अपने पीछे पत्नी पर और दो बच्चे जिनकी उम्र 4 वर्ष और 10 को छोड़ गया है।
इसकी जानकारी रितिका श्रीवास्तव ने दिया जिसके बाद अखिलेश सिंह और मुकुंद झा ने पहल करते हुए परिवार को क्रियाक्रम के लिए सूखा राशन उपलब्ध करवाया। आपको बताते चले इन्होंने पुरे लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को ऑक्सीजन गैस, सिलिंडर के साथ ही सूखा राशन और भोजन उपलब्ध करवाने का काम किया है इसके साथ ही यास से शहर में आई त्रासदी के बीच इन्होंने पीड़ित परिवार को सुखा राशन और भोजन उपलब्ध करवाने का काम किया है।
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