झारखंड

भारतीय मानवधिकार एसोसिएशन पूर्वी सिंहभूम की ओर से अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक मुक्त दिवस पर जिला अध्यक्ष श्री एस एन पाल एवं जिला उप संरक्षक आनंद वर्मा जी के नेतृत्व में स्कूली बच्चों को प्लास्टिक के उपयोग से रोकने के लिए शपथ दिलाया गया।

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जमशेदपुर | झारखण्ड 

भारतीय मानवधिकार एसोसिएशन पूर्वी सिंहभूम की ओर से अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक मुक्त दिवस पर जिला अध्यक्ष श्री एस एन पाल एवं जिला उप संरक्षक आनंद वर्मा जी के नेतृत्व में स्कूली बच्चों को प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया, साथ ही के इसके इस्तेमाल ना करने के लिए शपथ दिलाया। 

आज के इस कार्यक्रम में झारखंड वासियों का ध्यान केंद्रित करते हुए रामगढ़ निवासी उपेंद्र पांडे शामिल हुए। बता दें की उपेंद्र पांडे जी ने वर्ष 2013 से अपना जीवन प्लास्टिक मुक्त धरती करने का संकल्प लेते हुए, रामगढ़ से इसकी शुरुआत की, और आगे चलकर पूरे भारतवर्ष में इसको लागू करना इनका लक्ष्य है। 

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आप गूगल पर जाकर ढूंढ सकते हैं पॉलिथीन डोनेशन लिखते ही आपको उपेंद्र पांडे जी का किया हुआ कार्यक्रम देख सकेंगे। 

इस कार्यक्रम के तहत उन्होंने स्कूलों से इसकी शुरुवात की और बच्चों को प्लास्टिक का उपयोग करने से रोकने के लिए शपथ दिलाना आरम्भ किया। जिससे बच्चे प्लास्टिक मुक्त अभियान की शुरुआत अपने घरों से करते है। जिससे आने वाले समय में स्वच्छ भारतवर्ष/ झारखंड/ जिला हो सकेगा। कुछ ही महीनों में उन्होंने पूर्वी सिंहभूम के सभी स्कूल, कॉलेजों में प्लास्टिक मुक्त जागरूकता अभियान का कार्यक्रम नुक्कड़ नाटक के जरिए किया। 


आगे शहर के सभी मॉल, चौक चौराहे में लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाएगा, ताकि प्लास्टिक से होने वाले क्षति, किस प्रकार से हमारी धरती एवं वातावरण दूषित हो रही है लोग समझ सके।  सरकार के साथ-साथ हम सभी नागरिकों का यह कर्तव्य एवं दायित्व बनता है कि इस पर अपना ध्यान केंद्रित करते हुए आने वाले पीढ़ी को स्वस्थ वातावरण दे सके। 

उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया हैं की इस मुहिम मैं हाथ बढ़ाएं प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करते हुए, ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं। जिससे हमारे वातावरण में बदलाव आ सके। हम सभी भली-भांति महसूस कर रहे हैं, गर्मी कितनी बढ़ती जा रही है।  जिसका मुख्य कारण है अधिक से अधिक पेड़ों की कटाई। जिस कारण हम बढ़ते तापमान एवं पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। इससे बचने के लिए हम ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं और उसकी देखरेख करें तभी जाकर हमारा धरती और हम बचेंगे।

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