जमशेदपुर, 25 अगस्त, 2024: भारतीय जनतंत्र मोर्चा जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र के बूथ स्तर एवं भवन स्तर के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आज सिदगोडा टाउन हॉल में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में 1500 कार्यकर्ता अपेक्षित थे, परन्तु 2000 से भी अधिक की संख्या में कार्यकर्ता पंहुचे। टाउन हॉल उपर और नीचे खचाखच भरा था तथा हॉल के बाहर भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए जमशेदपुर पूर्वी के विधायक श्री सरयू राय ने बुथ एवं भवन स्तर तक संगठन का कार्य पंहुचाने के लिए कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया और कहा क हमें अगले कुछ महीनों में होने वाला विधानसभा चुनाव के लिए मुस्तैदी के साथ काम पर डटे रहना होगा। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि अपने विधायकी कार्यकाल में मैंने 156 करोड़ रूप्ये से अधिक राशि की विकास योजना क्षेत्र में लागू कराया है।
इनमें से विधायक निधि और नगर विकास विभाग की निधि के अतिरिक्त पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा विभाग, कल्याण विभाग, 15वीं वित्त आयोग आदि की निधियां शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही वे जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। देश भर में कोरोना महामारी का प्रकोप आंरभ हो गया।
विधानसभा का बजट सत्र भी बीच में स्थगित हो गया। कोरोना काल में उनके साथी कार्यकर्ताओं ने जिस मुस्तैदी के साथ जान हथेली पर रखकर लोगों के घरों तक भोजन, वस्त्र एवं दवा पंहुचाने का कार्य किया, उसे याद करने से रौंगटे खड़ा हो जाता है। सामने बैठे कार्यकर्ताओं के बल पर ही कोरोना में जरूरतमंदों की सेवा हो सकी।
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उन्होंने बताया कि किस प्रकार उनका आवासीय कार्यालय भोजनालय बन गया था, जहाँ पर प्रत्येक दिन अलग-अलग प्रकार का भोजन बनता था और कार्यकर्ता सुदूर लोगों तक इन्हें जरूरतमंदों तक पंहुचाते थे। इसके अलावा कच्चा अनाज भी कार्यकर्ताओं ने लोगों तक पंहुचाये गये।
कोरोना काल के बाद की ढ़ाई वर्षों में उनकेे कार्य क्षेत्र में विकास के जो काम हुए है। वे विगत 25-30 वर्षों में भी नहीं हुआ है। इनमें टाटा लीज क्षेत्र के बाहर की बस्तियों में पानी और बिजली पंहुचाने, टाटा स्टील के बाहर क्षेत्र की बस्तियों की साफ-सफाई के लिए टाटा स्टील की संस्था यूआईएसएल को तैयार करना, भुईंयाडीह, लालभट्ठा, बाबूडीह, के लिए ऑक्सीजन मैदान में अलग से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनवाना शामिल हैं।
जोजोबेड़ा के क्षेत्र में जलापूर्ति की व्यवस्था करना आदि उल्लेखनीय है। श्री राय ने कहा कि जमशेदपुर की तीन मुख्य समस्याएं- मोहरदा, म्यूनिसिपालिटी और मालिकाना के बारे में वे लगातार प्रयास करते रहे हैं।
मोहरदा जलापूर्ति योजना देशभर में बनाये गये सबसे घटिया जलापूर्ति योजना है। इसमें जितना भी सुधार विगत 4 वर्ष में किया गया है वह कम साबित हो रहे हैं। इसलिए मोहरदा जलापूर्ति योजना का फेज-2 आरंभ किया जा रहा है। जिस पर कुछ ही दिनों में काम शुरू हो जाएगा। करीब 10 हजार घरों में पानी का नया कनेक्शन दिलवाने का कार्य आरंभ हुआ है। पहले जहाँ तीन दिनों में मात्र एक बार जलापूर्ति होती थी अब वहीं हर दिन तीन बार पानी मिल रहा है।
पेयजल की गुणवत्ता पहले से काफी सुधरी है। फिर भी यह संतोषजनक नहीं है। यह बात मैंने विधानसभा में भी उठाया और सरकार से मांग किया है कि स्वर्णरेखा नदी के गंदे पानी के साफ कर घरों में पंहुचाने के बदले चांडिल डैम से सीधा पानी जमशेदपुर शहर में दिया जाय।
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जमशेदपुर में वैधानिक म्यूनिसिपलिटी (नगरपालिका) के लिए मैं सतत प्रयास कर रहा हूँं काफी हद तक इसमें सफलता मिली है। परन्तु अभी तक यह सफलता कार्यरूप नहीं ले पायी है। अभी भी अवैधानिक जेएनएसी के साथ टाटा स्टील के बाहर नगरपालिका व्यवस्था चल रहा है।
इन्हें मिलाकर एक औद्योगिक नगर समिति क्षेत्र बनाने का निर्णय सरकार ने लिया है। मगर पड़ोस के एक मंत्री ने दबाव डालकर इसमें अपना नाम अध्यक्ष के लिए डलवा दिया है। जबकि कानून के अनुसार औद्योगिक नगर समिति का अध्यक्ष संबंधित जिला के उपायुक्त होते है। इस कारण से यह निर्णय लागू नहीं हो पा रहा है। मैंने सरकार से कहा है कि इसे सुधारे और लागू करायें तथा इसमें जनता की सहभागिता भी सुनिश्चित करायें।
तीसरी समस्या मालिकाना हक का है, जिसके बारे में मैंने चार बार विधानसभा में अल्पसूचित प्रश्न, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव एवं निजी संकल्प के रूप में उठाया है। इसमें सरकार ने जवाब दिया है कि 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने मालिकाना हक की जगह अधिकतम 10 डिसमिल तक आवासीय भवन एवं भूमि का लीज देने के लिए अधिसूचना जारी कर दिया है। इस लिए मालिकाना हक देने में कठिनाई हो रही है। मैंने सरकार पर दबाव डाला है कि इस अधिसूचना को रद्द करवाकर मालिकाना हक देने का मार्ग प्रशस्त करे, परन्तु सरकार अभी तक इसपर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
श्री सरयू ने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के जो नेता व्याकुल होकर घूम रहे हैं, उन्हें एक बार इस बारे में अपने सरकार की आलोचना करनी चाहिए और दबाव डालकर सरकार को इसके लिए तैयार करना चाहिए। परन्तु ये ऐसा नहीं करेंगे, यह मैं जानता हूँ। उन्होंने कहा कि मैंने जमशेदपुर में नाला आधारित विकास योजना बनाने का प्रस्ताव सरकार के सामने रखा है। ताकि इन्दौर नगर निगम की तरह जमशेदपुर की गलियाँ और नालियाँ साफ रहें।
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घरों का गंदा पानी बिना बाधा के बड़ों नालों तक पंहुचता रहे और बड़े नालों का पानी साफ होकर नदी में जाये। इसके बारे में मैं नगर विकास विभाग और टाटा स्टील को भी विशेष निधि आवंटित करने के लिए कहा रहा हूँ, ताकि जमशेदपुर को साफ-सफाई के मामले में आदर्श शहर बनाया जा सके। यहाँ की बस्तियाँ भी विष्टुपुर और साकची की तरह साफ रहे। टाटा स्टील ने लीज के बाहर की बस्तियों की सफाई का जिम्मा भी लेने के लिए तैयार हो गया है, परन्तु व्यवहारिक रूप में जेएनएसी से साफ-सफाई का जिम्मा लेकर स्वयं इसे करना आरंभ नहीं किया है।
मुझे उम्मीद है कि कुछ ही दिनों में टाटा लीज की बाहर की बस्तियों की सफाई भी टाटा स्टील की संस्था यूआईएसएल के द्वारा शुरू कर दिया जाएगा। इस तरह टाटा लीज के बाहर की बस्तियों में जुस्को की बिजली, पानी, सफाई की व्यवस्था अपने हाथ में लेने के लिए टाटा स्टील तैयार हो गया है, जो कि पिछले 25-30 वर्षाें में नहीं हो सका है।
मुझे उम्मीद है कि इसमें सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगे कहा कि जहाँ सरकार गलत काम करती है, मंत्री गलत काम करते हैं, वहां मैं उनके विरोध में खड़ा होता हूँ। परन्तु यदि सरकार कोई कार्यक्रम जनहित का है तो उसे भी मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में लागू करने के लिए तत्पर रहता हूँ।
अभी जो मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना सरकार ने लागू किया है, उसका विपक्ष के लोगों ने विरोध किया है। परन्तु मैंने इसे जनत को खासकर महिलाओं को सीधे लाभ मिलनेवाला योजना मानकर अपने विधानसभा क्षेत्र में तत्पर होकर लागू कराया है। मेरे विधायक कार्यालय से बड़ी संख्या में महिलाओं ने मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का फॉर्म निःशुल्क प्राप्त किया है।
नतीजा है कि अभी तक जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र की करीब 30 हजार महिलायें इस योजना में पंजीकृत हो चुकी है। अंतिम आँकड़ा आएगा तो मुझे भरोसा है कि जमशेदपुर पूर्वी विधानसभ क्षेत्र की 50 हजार से अधिक महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा। इसी तरह सर्वजन पेंशन योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, दिव्यांग पेंशन योजना के भी अपने क्षेत्र मंे कार्यकर्ताओं के माध्यम से लागू कने का प्रयास में तत्परतापूर्वक करते रहा हूँ। इसके फलस्वरूप जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र की करीब 10 हजार लोगों को विभिन्न पेंशन योजना का प्रमाण पत्र भी मिल चुका है।
सम्मेलन में श्री राय ने आगे कहा कि सरकार के साथ मुद्दा आधारित विरोध और रचनात्मक सहयोग मेरे राजनीतिक विचारधारा का अंग है। अभी भी जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में कई काम कराना है और जो काम शुरू हो गये हैं, उन्हें पूरा कराना है। इसमें आपसभी कार्यकर्ताओं का सहयोग मुझे चाहिए। श्री राय ने कांग्रेस नेता डॉ. अजय कुमार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वर्षों तक जमशेदपुर से बाहर रहने के बाद चुनाव का मौसम देखकर वे सक्रिय हुए है, इसमें मुझे परहेज नहीं है। परन्तु जिस तरह वे झूठ-फरेब का सहारा ले रहे हैं यह काफी निंदनीय है।
कल एक प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि इन्द्रानगर-कल्याणनगर के 150 घरों को तोड़ने के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने एनजीटी को पत्र लिखा है। मैंने श्री मुंडा से पूछा तो उन्होंने कहा कि मैंने बस्तियों के घरांे को तोड़ने के बारे में कोई पत्र एनजीटी को नहीं लिखा है। केवल एक पत्र मैंने एनजीटी को भेजा है, जो नदी तल में निर्मित हो रहे बहुमंजिली इमारतों के कारण नदी को हो रहे नुकसान के बारे में है। श्री मुंडा ने कहा कि यदि डॉ. अजय कुमार के पास मेरे द्वारा लिखा कोई पत्र है तो उसे सार्वजनिक करे नहीं तो गलतबयानी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।
सम्मेलन में भारतीय जनतंत्र मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष श्री धर्मेंन्द्र तिवारी ने उद्घाटन भाषण दिया। भाजमो जिला अध्यक्ष, श्री सुबोध श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण एवं विषय प्रवेश किया। इसके बाद श्री कुलविन्दर सिंह पन्नु ने सम्मेलन में एक प्रस्ताव रखा, जिसमें महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष सहित कतिपय अन्य नेताओं ने अपना संशोधन पेश किया। निर्णय हुआ कि इस प्रस्ताव में जिन मांगों और समस्याओं का उल्लेख है, उन्हें लेकर भारतीय जनतंत्र मोर्चा शीघ्र ही उपायुक्त कार्यालय में एक जन-प्रदर्शन करेगा और सरकार एवं प्रशासन क गलत नीतियों का विरोध करेगा।