झारखंड

बाल अवस्था में मानसिक उत्पीड़न की गहरी छाप जीवन भर रहने एवं जीवन में असफलता के लिए जवाबदेह होने वाले विषयों पर कार्यशाला का हुआ आयोजन।

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जमशेदपुर | झारखण्ड 

एनसीपीसीआर के तत्वाधान में कॉरपोरल पनिशमेंट के उन्मूलन हेतु कार्यशाला का हुआ आयोजन

राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के तत्वाधान में जिले के पीपल्स एकेडमी उच्च विद्यालय बाराद्वारी में कॉरपोरल पनिशमेंट के उन्मूलन हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षा अधिकार अधिनियम की धारा 17 के अनुपालन हेतु जागरूकता फैलाना था।

कार्यशाला में उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार, निदेशक एनईपी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक के साथ-साथ एनसीपीसीआर के प्रतिनिधि और जिले के मान्यता प्राप्त सभी निजी विद्यालय एवं प्लस टू उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।

कार्यशाला में बाल मनोविज्ञान पर प्रकाश डाला गया और इसके ऊपर शारीरिक अथवा मानसिक दंड के कारण होने वाले दुष्प्रभाव पर चर्चा की गई। राष्ट्रीय मानसिक रोग संस्थान रांची के मनोवैज्ञानिकों ने भी अलग-अलग तकनीकी सत्र में बाल मनोविज्ञान पर विस्तृत चर्चा की।

उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार द्वारा बाल अवस्था में मानसिक उत्पीड़न की गहरी छाप जीवन भर रहने एवं जीवन में असफलता के लिए जवाबदेह होने वाले  विषयों पर जानकारी दी गई। साथ ही उन्होंने सभी से अनुरोध किया  कि छात्र-छात्राओं से किसी भी प्रकार का मेंटल फिजिकल हरासमेंट विद्यालयों में न हो यह सुनिश्चित किया जाए।

एनसीपीआर द्वारा कॉरपोरल पनिशमेंट के संबंध में उसके उन्मूलन हेतु तैयार विस्तृत दिशा निर्देशों पर भी चर्चा की गई। इन दिशा निर्देशों में शारीरिक दंड के बजाय अन्य अनुशासनात्मक उपायों को अपनाने पर जोर दिया गया है।

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