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फरवरी 2024 में जोहार हाट का आगाज: प्रकृति से जुड़ाव और आदिवासी कला का उत्सव

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जमशेदपुर, 14 फरवरी 2024: टाटा स्टील फाउंडेशन की पहल से आयोजित “जोहार हाट” का फरवरी 2024 संस्करण आज से शुरू हो गया है। इस बार का आयोजन “बहा और माघ” त्योहारों के विषय पर आधारित है।


प्रकृति का सार और मानव का उससे जुड़ाव:


बहा और माघ त्योहार हमारे जीवन में बसंत ऋतु का सार दर्शाते हैं और मनुष्य एवं प्रकृति के घनिष्ठ संबंध को प्रतिबिंबित करते हैं। इस भावना को बनाए रखते हुए, इस हाट में इस बार प्राकृतिक उत्पाद जैसे जड़ी-बूटियों से बने तेल, पत्तियों से बने पाउडर, मालिश के तेल, बालों के तेल आदि शामिल होंगे। साथ ही शाम को “समुदाय के साथ” (एसकेएस) फिल्म स्क्रीनिंग का आयोजन किया जाएगा।


विविधता का संगम:


इस संस्करण में झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के चार राज्यों से कुल 23 प्रतिभागी शामिल होंगे, जो 5 जनजातियों (हक्की पिक्की, हो, मुंडा, ओरांव और संथाल) का प्रतिनिधित्व करते हैं।


कार्यशालाएं और कार्यक्रम:


इस सप्ताह के दौरान, आभूषण निर्माण पर कार्यशालाएं, आवश्यक तेलों के उपयोग और उनके लाभों पर सत्र और कुछ आदिवासी व्यंजनों को बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। “बहा और माघ” त्योहारों पर आधारित विशेष आदिवासी व्यंजन भी हाट में उपलब्ध होंगे।


जोहार हाट में स्टॉलों की सूची:



क्रम संख्या संगठन का नाम जनजाति राज्य शिल्प/भोजन/चिकित्सक
1 ट्राइबल वेन्यू मुंडा झारखंड ऑर्गेनिक औषधीय तेल
2 आदिवासी सत्य हर्बल हेयर ऑयल हक्की पिक्की कर्नाटक बालों का तेल
3 सुलुक कुम्भा संथाल पश्चिम बंगाल आदिवासी आभूषण और परिधान
4 द ओंग अपरैल हो झारखंड आदिवासी कपड़ों का मिश्रण
5 उपलमार्ट संथाल ओडिशा संथाल टेक्सटाइल और सबई शिल्प
6 एंजेल विंग्स ओरांव झारखंड बुकमार्क, आभूषण
7 सगुन महिला समिति संथाल झारखंड झारखंडी व्यंजन
8 नेशनल ट्राइबल ट्रैडिशनल हीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया संथाल झारखंड आदिवासी चिकित्सक



यह आयोजन प्रकृति के साथ हमारे संबंध को मजबूत करेगा और आदिवासी कला और संस्कृति का उत्सव मनाएगा।

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