झारखंड

प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता, आधारभूत संरचना निर्माण, बच्चों के स्वास्थ्य जांच आदि की समीक्षा कर दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देश

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जमशेदपुर  | झारखण्ड 

मुख्य बिंदु : 

जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में हुई प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत जिला स्तरीय स्टीयरिंग-सह- मॉनिटरिंग कमिटी की बैठक 

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समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में आहूत प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत जिला स्तरीय स्टीयरिंग-सह- मॉनिटरिंग कमिटी की बैठक में जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के संचालन की स्थिति, विद्यालय में खाद्यान्न की ससमय उपलब्धता, किचन शेड की स्थिति, मेनू अनुरूप मध्याह्न भोजन का वितरण,  प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजनांतर्गत विद्यालयों में पोषण वाटिका (किचन गार्डेन) का निर्माण, बच्चों का स्वास्थ्य जांच सहित अन्य विषयों की जानकारी लेते हुए बिंदुवार समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।

जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया कि वर्तमान में कुल 226 विद्यालय पीएम पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत चिन्हित किए गए हैं जिनमें बाउंड्री वॉल एवं पानी की पर्याप्त उपलब्धता है। जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त द्वारा विभागीय निर्देशानुसार मनरेगा के तहत कन्वर्जेंस से पोषण वाटिका के निर्माण का निदेश दिया गया। 

जिले के 1626 विद्यालयों में मिड डे मील का संचालन नियमित होता है। जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया कि प्रत्येक दिन खाने की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करें। बच्चों को मेनू अनुसार पौष्टिक आहार ही मिले । शिक्षक संघ के सदस्यों ने ध्यान आकृष्ट कराया कि शहरी क्षेत्र में ईस्कॉन द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे मध्याह्न भोजन में स्वाद ना होने के की शिकायत कर बच्चे मध्याह्न भोजन ग्रहण करने से इंकार कर दे रहे हैं। इस पर उपायुक्त ने निर्देश दिया कि बच्चे मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता से संतुष्ट हैं या नहीं इसको लेकर उनसे फीडबैक लें। गुणवत्ता और पौष्टिकता से समझौता नहीं होनी चाहिए।  

224 विद्यालयों में किचन मरम्मती का कार्य किया जाना है जिसके तहत अभी तक कुल 165 विद्यालयों में मरम्मती कार्य प्रारंभ है। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा इसे प्राथमिकता देते हुए शेष विद्यालयों में जल्द किचेन मरम्मती कार्य प्रारंभ कर एक महीने के अंदर कार्य पूर्ण कराने का निदेश दिया गया। साथ ही किचेन तथा खाद्य सामग्री के स्टोर की साफ-सफाई, वेंटिलेशन का विशेष ध्यान रखने की बात कही। 

विद्यालय में बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच के सम्बन्ध मे जानकारी लेते हुए निर्देश दिया कि प्रत्येक तिमाही में बच्चों का स्वास्थ जांच अनिवार्य रूप से किया जाए। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि वजन और लंबाई जांच मशीन की खरीदारी जल्द कर लिया जाए ताकि बच्चों के संपूर्ण शारीरिक विकास पर भी निगरानी रखी जाए। 

बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी सुश्री ममता प्रियदर्शी, उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार, एसडीएम धालभूम श्री पीयूष सिन्हा, एसडीएम घाटशिला श्री सत्यवीर रजक, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रोहित कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक सुश्री निशु कुमारी, बीईईओ, शिक्षक संघ के सदस्य व अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे। 

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