जमशेदपुर: भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को मात्र 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण महिला कुश्ती 50 किग्रा से अयोग्य घोषित कर दिए जाने पर पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरीय नेता डॉ. अजय कुमार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रचार पर 38 करोड़ रुपये खर्च किए जाते है. जिसकी कहीं कोई चर्चा नहीं होती है. वहीं देश की बेटी विनेश फोगाट जिसने विश्व स्तर पर देश का मान व गौरव बढ़ाया है. सरकार दवारा उसको दी गई आर्थिक सहयोग जो मात्र 70.45 लाख के संबंध में संसद के पटल पर खेल मंत्री मनसुख मांडवीय द्वारा जिस प्रकार ढ़िढ़ोरा पीटा गया वो ना सिर्फ शर्मनाक है बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है.
उन्होंने कहा कि पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के ज्यादा वजन के कारण अयोग्य करार दिए जाने के जब पूरा देश में शोक में डुबा है, दुखी है. ऐसे समय पर देश के खेल मंत्री मनसुख मांडवीय द्वारा संसद में विनेश फोगाट को सरकार द्वारा अब तक दिए गए आर्थिक मदद की बखान करना मोदी सरकार की घटिया मानसिकता को दर्शाता है.
डॉ. अजय ने कहा कि ऐसे मौके पर मंत्री को चाहिए की वो पेरिस ओलंपिक परिषद के समक्ष अपने देश की बेटी विनेश फोगाट का मजबूती से पक्ष रखते हुए सिल्वर मेडल के लिए दावेदारी पेश करना चाहिए था. क्योंकि सेमीफाइनल तक विनेश का वजन सही था, ऐसे में सिल्वर मेडल पर उसका पूरा हक बनता है. फाइनल में वजन ज्यादा होने के कारण पूरे खेल से बाहर कर दिया जाना कहीं से उचित नहीं है. इसके लिए देश के खेल मंत्री को ओलंपिक परिषद के समक्ष दृढ़ता से अपना पक्ष रखना चाहिए.
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जांच होनी चाहिए कहां हुई चूक
उन्होंने कहा कि स्वर्ण पदक से मात्र एक कदम दूर पर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई ? क्यों इसका ध्यान नहीं रखा गया ? इसके लिए कौन जिम्मेवार है ? इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृति ना हो. उन्होंने कहा कि भारतीय ओलंपिक दल में पांच पहलवान जिसमें चार महिला एवं एक पुरूष पहलवान शामिल थे. वहीं इनकी देख रेख के लिए आठ कोच एवं चार सहायक कुल 17 लोगों की टीम थी.
खोटा सिक्का कहने वाले की बोलती बंद
डॉ. अजय ने कहा कि भारत की बेटी विनेश फोगाट के शान में जो लोग आज कशिदे पढ़ रहे है. उन्हीं लोगों द्वारा इस बेटी को खोटा सिक्का कहा गया था और अपनी मांगों को लेकर जंतर मंतर पर बैठी विनेश के साथ बतमीजी की गई थी. लेकिन विनेश फोगाट ने अपना दिल बड़ा कर सब कुछ भुलाकर तमाम विपरित परिस्थितियों के बावजूद विश्व स्तर पर अपने प्रदर्शन से ना सिर्फ भारत का गौरव व मान बढ़ाया बल्कि खोटा सिक्का कहने वालों को करारा जवाब भी दिया है.