झारखंड

पोटका के चाटीकोचा पहुंचीं उपायुक्त, ग्रामीणों की समस्याओं को सहानुभूतिपूर्वक सुना, कहा- पुनर्वासन को लेकर प्रशासन गंभीर

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जमशेदपुर  |  झारखण्ड 

जिला उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ UCIL के टेलिंग पॉन्ड का किया निरीक्षण, वस्तुस्थिति से हुईं अवगत। 

पोटका प्रखंड अंतर्गत चाटीकोचा गांव के ग्रामीणों का पुनर्वासन, UCIL में नौकरी तथा अन्य विभिन्न मुद्दों पर चर्चा को लेकर उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव जिले के अन्य वरीय अधिकारियों के साथ चाटीकोचा गांव पहुंची । उपायुक्त ने जमीन अधिग्रहण के पश्चात UCIL द्वारा किए गए मुआवजा भुगतान, ग्रामीणों के नौकरी तथा गांव में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। कुछ लोगों ने मुआवजा राशि अबतक नहीं लिया है जो ट्रेजरी में जमा रह गया है उसकी वस्तुस्थिति को भी जाना। 

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ग्रामीणों ने बताया कि विस्थापन के समय 46 परिवारों का गांव था जो बढ़कर अब 68 परिवार हो गया है। उन्होने मांग किया कि जो कर्मी मृत हो गए उनके परिजनों को UCIL अनुकंपा पर नौकरी दे, साथ ही जिन लोगों का नौकरी के लिए आवेदन प्रक्रियाधीन है उसमें तेजी लाया जाए । कहा कि अनुकंपा पर नौकरी नहीं मिलने से यहां के लोगों के सामने बेरोजगारी एक बडी समस्या हो जाएगी, जमीन रहा नहीं कि आगे कृषि कार्य से भी भरण पोषण कर सके। गांव में खराब गुणवत्ता के पानी सप्लाई की बात कही जिसपर उपायुक्त ने तत्काल पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता को सैंपल कलेक्शन करते हुए जांच कराने के निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीणों ने टेलिंड पॉन्ड गांव से एकदम सटे होने के कारण यूरेनियम कचड़े के धूलकण से बीमारी से प्रभावित होने की बात बताई। 

ग्रामीणों ने धोबनी गांव में उनके पुनर्वास के लिए प्रति परिवार उपलब्ध कराये जाने वाले 12 डिसमिल की जमीन को भी नाकाफी बताया । ग्रामीणों ने कहा कि सिर्फ बसावट से नहीं बल्कि उन्हें कुछ कृषि करने योग्य भी जमीन मिले, साथ ही खेलकूद का मैदान, धार्मिक अनुष्ठान का स्थल, स्कूल, चिकित्सा की भी समुचित व्यवस्था हो। ग्रामीणों की एक-एक मांग को उपायुक्त ने गंभीरतापूर्वक सुना तथा उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही उनके पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उन्होने मौके पर मौजूद पोटका के सीओ को इसी तरह से धोबनी के ग्रामीणों से भी वार्ता कर जल्द से जल्द पुनर्वास की प्रक्रिया पूरी करने की बात कही। 


ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत होने के बाद उपायुक्त दल बल के साथ टेलिंग पॉन्ड का निरीक्षण करने पहुंचीं। ग्रामीणों की शिकायत थी कि टेलिंग पॉन्ड ओवर फ्लो होता है जिससे आसपास का पानी दूषित होता है, रेडियोएक्टिविटी के कारण बीमारी से ग्रसित होने का खतरा रहता है। मौके पर मौजूद UCIL के अधिकारियों ने टेलिंग पॉन्ड को लेकर पूरी जानकारी दी, हालांकि यूरेनियम के कचड़े से संभावित किसी खतरे से इनकार किया। मौके पर पाया गया कि पॉन्ड के एरिया में ही बने जाहेर स्थान के पेड़ सूख गए हैं । निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने ग्रामीणों की मांग को देखते हुए UCIL के अधिकारियों से स्वास्थ्य कैम्प तथा पेयजल की गुणवत्ता की समस्या हो तो जांच कर उसका निराकरण के निर्देश दिए, तथा अनुकंपा पर नौकरी, नौकरी को लेकर प्रक्रियाधीन आवेदनों पर तेजी लाने तथा ग्रामीणों की अन्य जरूरी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा कर जरूरी निर्देश दिए।

इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री राजीव रंजन, डीसीएलआर श्री रविन्द्र गागराई, जिला पंचायत राज पदाधिकारी डॉ रजनीकांत मिश्रा, जिला योजना पदाधिकारी श्री अरूण द्विवेदी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रोहित कुमार, सीओ पोटका श्री इम्तियाज अहमद, बीडीओ श्री निखिल कच्छप तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।    

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