Jamashedpur : आज दिनांक 17 मई 2021 को जमशेदपुर के पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार ने संध्या 7 बजे और 8 बजे दो न्यूज चैनल पर विशेष डिबेट में वर्चुअली शामिल हुए जिसमें उन्होंने सुलगते सवालों की बौछार कर केंद्रीय सरकार के कोविड-19 के मिशन पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने बताया कि इस बढ़ते प्रकोप में केंद्रीय सरकार की कोरोना रणनीति पूरी तरह से फेल दिख रही है।
आइये जानते है किन सवालों पर उन्होंने जमकर चर्चा की।
अर्बन डिबेट, MirrorNow पर, डॉ अजय कुमार ने कहा:
1. प्रधानमंत्री मोदी ने कभी प्रेस कांफ्रेंस नहीं की जिसका खामियाजा भारत को भुगतना पड़ रहा है. आज बीजेपी सरकार, सवाल पूछने पर गिरफ्तारी की धमकी दे रही है. क्या यही लोकतंत्र है?
2. यह पहला देश है जिसने वेंटिलेटर का ऑर्डर ऐसे निर्माताओं को दिया है जिनका वेंटिलेटर बनाने का कोई इतिहास नहीं । टर्बाइन बनाने वाले BHEL को वेंटिलेटर बनाने का ऑर्डर दिया गया है जिनके पास वेंटिलेटर बनाने का कोई अनुभव नहीं ।
3. गोवा के एक अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के कारण 75 लोगों की मौत हो गई, जो सबसे अच्छे अस्पतालों में से एक है।
4. टीकाकरण नीति पर कोई स्पष्ट दृश्यता नहीं है और किसी को भी सवाल पूछने की अनुमति नहीं है।
5. दिल्ली पुलिस ने एक बात पक्की साबित कर दी है “जब जब मोदी डरता है पुलिस को सामने करता है”।
6. मैंने अपने ट्विटर अकाउंट और फेसबुक अकाउंट और यहां तक कि अपने निर्वाचन क्षेत्र में भी पोस्टर लगाया है। दिल्ली पुलिस आकर मुझे पकड़ सकती है।
7. क्या दिल्ली की सड़कों पर लगे पोस्टर अब भाजपा सरकार की प्राथमिकता बन गए हैं?
8. 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है यहां तक कि पोस्टर छापने वालों को भी गिरफ्तार किया गया। इन गिरफ्तारी के पीछे का राजनीतिक मकसद और नैतिकता क्या है।
9. सरकार को अब उन सभी को गिरफ्तार करना चाहिए जिन्होंने देश भर में दीवारों पर अरबों पोस्टर चिपकाए हैं।
10. मोदी सरकार कह रही है कि ये पोस्टर दहशत पैदा कर रहे हैं, यह पूरी तरह से बकवास है।
11. भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि “उत्तर प्रदेश में आओ और योगी जी से सीखो कि महामारी से कैसे निपटें”, ये हंसी के पात्र हैं, जहां नदियों में शव तैर रहे हैं ऐसे राज्य के भाजपा नेता महामारी से निपटने के तरीके सीखने के लिए कह रहे हैं।
12. भारत सरकार महामारी से निपटने में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर जैसी सभी सुविधाओं का उपयोग करने में विफल रही है।
13. भारत एक ऐसा देश है जहां 80% लोग कुपोषित हैं और स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें डार्क चॉकलेट खाने की सलाह दी है।
सबसे बड़ा सवाल, न्यूज24 पर डॉ अजय कुमार ने कहा:
1. पंडित नेहरू ने एक बार कहा था कि किसी देश के मंदिर उसके अस्पताल, स्कूल आदि होते हैं और हमें इन मंदिरों पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है।
2. यह सरकार किसी भी वैज्ञानिक रणनीति पर विश्वास नहीं करती और कभी भी वैज्ञानिक निर्देशों का पालन नहीं किया क्योंकि वे सिर्फ इवेंट मैनेजमेंट में व्यस्त रहते हैं। मोदी सरकार द्वारा किसी महामारी विद् का सुझाव बिल्कुल नहीं लिया जा रहा।
3. जब प्रज्ञा ठाकुर गंभीर रूप से बीमार थीं तो बड़े-बड़े डॉक्टरों के पास इलाज के लिए पहुंची थी तो फिर लोगों को गोमूत्र क्यों ?
4. गोमूत्र, गोबर को कोरोना का अनूठा इलाज बताकर भाजपा के नेता लोगों का ध्यान भटका रहे हैं। उत्तराखंड के पूर्व सीएम का कहना है कि कोरोना एक प्राणि है, जिसे भी जीने का भी अधिकार है। अब भाजपा नेता इस तरह की मूर्खतापूर्ण टिप्पणी कर वैज्ञानिक की जगह लेने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के शीर्ष नेता ऐसे मूर्ख भाजपा नेताओं के ऐसे बयान को खारिज क्यों नहीं कर रहे हैं?
5. लैंसेट ने फरवरी में टीकों की कमी का संकेत दिया था, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। 2020 में ही सभी देशों ने वैक्सीन का ऑर्डर दिया था लेकिन भारत के पीएम ने जनवरी तक ऑर्डर नहीं दिया था और अब वे वैक्सीन के लिए चिल्ला रहे हैं।
6. यह पहला देश है जिसने वेंटिलेटर का ऑर्डर ऐसे निर्माताओं को दिया है जिनका वेंटिलेटर बनाने का कोई इतिहास नहीं है। इस सरकार ने देश को गोबर में फेंक दिया है।
7. ख्याति प्राप्त वायरोलॉजिस्ट डॉ शाहिद जमील ने COVID पैनल के अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दिया क्योंकि उन्होंने असंतोष दिखाया कि सरकार वैज्ञानिक और डॉक्टरों की राय नहीं ले रही है।
8. इस महामारी का मुकाबला करने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञ को कोई महत्व क्यों नहीं दिया जा रहा?
10. पंडित नेहरू ने एक बार कहा था कि किसी देश के मंदिर उसके अस्पताल, स्कूल आदि होते हैं और हमें इन मंदिरों पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है।
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