झारखंड

जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में हुई अनाबद्ध निधि एवं डीएमएफटी की समीक्षा बैठक

Published

on

THE NEWS FRAME

जमशेदपुर | झारखण्ड 

नगर निकायों में नागरिक सुविधा एवं परिवहन के योजनाओं की समीक्षा की गई

ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को कार्य में शिथिलता पर शो कॉज का निर्देश

प्राक्कलन के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध कार्य करने का सभी विभागों को निर्देश  

——————————————

समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) एवं अनाबद्ध निधि के तहत जिले में हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में पथ निर्माण विभाग, स्पेशल डिविजन, पी.एच.ई.डी, आर.ई.ओ, लघु सिंचाई, ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल, नगर निकाय समेत अन्य विभाग द्वारा क्रियान्वित किए जा रहे अनाबद्ध निधि एवं डीएमएफटी के कार्यों की क्रमवार समीक्षा की गई। जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त ने सभी विभागों के पदाधिकारी से लंबित एस्टीमेट, टेंडर प्रक्रिया, एग्रीमेंट प्रक्रिया, कार्य अवधि, एनओसी समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा की। बैठक में अनाबद्ध निधि से 10.56 करोड़ रूपए के योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई वहीं डीएमएफटी मद में उपलब्ध राशि से योजनाओं के चयन को लेकर प्रस्ताव बढ़ाने का निर्देश दिया गया।  

   

विकास योजनाओं के क्रियान्वयन से आम जनता में कोई शिकायत नहीं रहे 

जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने सभी विभागीय पदाधिकारी को निर्देशत करते हुए कहा कि अनाबद्ध एवं डीएमएफटी के तहत संचालित योजनाओं की गुणवत्ता में कोई लापरवाही सामने नहीं आनी चाहिए अन्यथा संबंधित संवेदक के साथ-साथ कार्यपालक अभियंताओं पर भी कार्रवाई की जाएगी। डीएमएफटी अंतर्गत विभिन्न योजनाओं यथा स्कूलों में अतिरिक्त वर्ग कक्षा निर्माण, पेयजल, आंगनबाड़ी केन्द्र मरम्मत तथा निर्माण, अस्पतालों में आधारभूत संरचना निर्माण समेत कई योजनाओं के संचालन की समीक्षा की। उन्होने कहा कि विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में आम जनता के बीच गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत नहीं रहे। बैठक में स्कूलों में अतिरिक्त वर्ग कक्षा निर्माण, आंगनबाड़ी तथा अस्पतालों में संचालित योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।   

जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने निर्देशित किया कि जो भी योजनायें अनाबद्ध निधि एवं डीएमएफटी से स्वीकृत किये जाएं उसपर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को के.जी.बी.वी का निरीक्षण कर किसी तरह की आवश्यकता हो तो प्रस्ताव भेजे जाने का निर्देश दिया। सभी कार्यपालक अभियंता को क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओं में प्रगति के नियमित अनुश्रवण का निदेश दिया गया। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा से जुड़ी योजनाओं का वे खुद भी क्षेत्र भ्रमण के दौरान गुणवत्ता की जांच करेंगे। 

बैठक में उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार, एसडीएम धालभूम श्री पीयूष सिन्हा, निदेशक एनईपी श्रीमती ज्योत्सना सिंह, जिला योजना पदाधिकारी श्री अरूण द्विवेदी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रोहित कुमार व तकनीकी विभागों के पदाधिकारी मौजूद रहे। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version