धार्मिक

जितिया पर्व 07 अक्टूबर को उपवास और 08 अक्टूबर को सूर्योदय के बाद पारण करना शुभ फलदायक : ज्योतिशाचार्य सुरेश पाण्डेय

Published

on

THE NEWS FRAME

जमशेदपुर  ।  झारखण्ड 

जितिया पर्व 06 अक्टूबर को नहाय खाय एवं 07 अक्टूबर को निर्जला तथा 08 अक्टूबर को सूर्योदय के बाद पारण करना उचित होगा. यह दावा मानगो स्थित संकोसाई शिवमंदिर के पुजारी एवं ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेश पाण्डेय ने किया है. बातचीत में पंडित सुरेश जी ने बताया कि जितिया पर्व को लेकर किसी प्रकार का कोई दुबिधा या संशय की स्थिति नही है. 

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से प्रकाशित विश्व पंचांग में ज्योतिषीय गणना में जितिया पर्व 07 अक्टूबर को स्पष्ट उल्लेखित है. उन्होंने बताया कि ज्योतिष सिद्धांत से पंचांग बनाये जाते है. अगर भूलवश कोई त्रुटि हो तो वेद पुराण, संहिता और ज्योतिष आदर्शों के सिद्धांत से निर्णय लिया जाता है. राजमार्तण्ड ग्रंथ में भृगु ने माधवाचार्य कात्यायन में महर्षि नारद ने और भविष्योत्तर पुरास्यण में स्पष्ट निर्णय दिया गया है कि सप्तमी युक्त अष्टमी को जीवितपुत्रिका न करके शुद्ध अष्टमी को या अष्टमी युक्त नवमी को किया जाता है. इस बार 06 अक्टूबर को प्रातः 9:25 बजे से सप्तमी है.

अतः उस दिन व्रत न करके 07 अक्टूबर शनिवार को उपवास रहकर जीवित्पुत्रिका व्रत करना उचित होगा. वहीं  08 अक्टूबर 2023 को सूर्योदय के पश्चात पारण करना शुभ फलदायक रहेगा .

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version