Crime Dairy : मंगलवार 04 अक्टूबर, 2022
Murder Case Jammu Kashmir DG
जम्मू कश्मीर में सोमवार 3 अक्टूबर, 2022 की रात राज्य के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया की उनके निवास स्थान पर गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई है। घर का नौकर भागा हुआ था। पुलिस को उसपर शक हुआ। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस रातभर इलाके में मुस्तैद रही।
जानकारी के मुताबिक, इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी यासिर अहमद गिरफ्तार किया जा चुका है। उसे कचानक (Kachanak) इलाके से पकड़ा गया। पुलिस आरोपी यासिर अहमद से पूछताछ कर कई राज उगलवाने में लगी है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी यासिर अहमद ने अपने बयान में बताया कि वह कचानक क्षेत्र के खेतों में छिपा हुआ था।
बता दें कि यह हत्याकांड उस समय हुआ है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीन दिन के लिए जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आए हैं। 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी बने हेमंत लोहिया को अगस्त में डीजीपी जेल के रूप में जम्मू कश्मीर में तैनात किया गया था।
घर का नौकर था हत्याकांड का आरोपी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी यासिर अहमद डीजी जेल हेमंत लोहिया के आवास पर घरेलू नौकर के रूप में पिछले छह महीने से काम कर रहा था।पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपी यासिर अहमद मूल रूप से रामबन का रहने वाला है। पुलिस ने कई सारे सीसीटीवी फुटेज देखें जिनमें आरोपी को वारदात के बाद भागते हुए देखा गया था। आरोपी मानसिक रूप से परेशान था और वह आक्रामक स्वभाव वाला था। उसने गला रेत कर अधिकारी हेमंत लोहिया की हत्या कर दी थी। इसकी जानकारी पुलिस को आरोपी यासिर अहमद की डायरी से मिली है। डायरी से यह जानकारी और संकेत मिले हैं कि अधिकारी की हत्या इसने ही की है।
इस आतंकी संगठन ने ली हत्या की जिम्मेदारी
हालांकि आरोपी यासिर अहमद एक प्यादा था, मुख्य आरोपी मुस्लिम आतंकी संगठन पीएएफएफ (Peoples Anti Fascist Force) निकला, जिसने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। यह संगठन जैश- ए- मोहम्मद से संबंध रखने वाला आतंकी संगठन है। जिसने प्रेस रिलीज जारी कर पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली है। हालांकि, पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है।
आतंकी संगठन पीएएफएफ ने प्रेस रिलीज में कहा
आतंकी संगठन पीएएफएफ ने प्रेस रिलीज में कहा है कि उसके एक विशेष दस्ते ने जम्मू के उदयवाला में एक खुफिया ऑपरेशन के तहत पुलिस महानिदेशक (जेल विभाग) एचके लोहिया को अपने कीमती लक्ष्य के तहत मार दिया है। सुरक्षा जाल के बीच जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आए गृह मंत्री के लिए यह एक छोटा सा तोहफा है।