आजसू छात्रनेता दीपक पांडेय |
जमशेदपुर । झारखंड
मामला 25 मई 2023 की है। जब संध्या 4.30 बजे के करीब युवा पत्रकार अविनाश शर्मा पिता श्री शंकर शर्मा, सिदगोड़ा निवासी ने किसी खबर की पुष्टि के लिए साकची बसंत टॉकिज के सामने गोलचक्कर के पास लग रहे ट्रैफिक व्यवस्था के नजदीक पहुंचे ही थे, तभी पहले से वहां उपस्थित नशे की हालत में छात्र नेता दिपक पाण्डेय जो खुद को आजसू का प्रदेश सचिव छात्र नेता बतला कर पत्रकारों को देख लेने की धमकी दे रहा था। ऐसे में युवा पत्रकार अविनाश शर्मा द्वारा ऐसा ना कहने की बात कही जिस पर वह और भड़क गया। बेवजह भद्दी गालियाँ देने लगा।
पत्रकार अविनाश ने समझदारी दिखाने की कोशिश की और उससे कहा कि अभी तुम नशे में हो घर जाओ, लेकिन समझाने के बावजूद वो गाली-गलौज करता रहा और वहीं उसने अविनाश शर्मा को धमकी देते हुए, पत्रकारों को भी देख लेने की बात कही। नेता दीपक पांडेय का यह दुर्व्यवहार देख पत्रकार अविनाश के आत्मसम्मान को गहरा धक्का लगा। उस वक्त वह समझ नहीं पा रहे थे कि उन्हें क्या करना चाहिए। एक ओर जहां गर्मी से बेहाल, राहत की सांस लिए बगैर लोगों को खबर पहुंचाने में व्यस्त पत्रकार के साथ जब अनहोनी होती है तब सब शून्य हो जाता है।
समाज में हो रही समस्या और घट रही घटनाओं के बीच वे आज खुद एक खबर बन गए। यह समझ उनका मस्तिष्क कुछ समय के लिए अस्थिर हो गया। थोड़ी देर बाद उन्होंने खुद को सम्भाला और मिली धमकी के विरोध में स्थानीय थाने को सम्पर्क किया।
उन्होंने स्पष्ट रूप से साकची थाने में छात्र नेता द्वारा मिली धमकी के खिलाफ थानेदार से शिकायत करते हुए कहा इसने मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाया है। देश का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया/पत्रकार ही जब असुरक्षित है तो आम नागरिक की क्या स्थिति होगी। पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर उन्होंने थाना प्रभारी से निवेदन किया है की इस संबन्ध में उन्हें सहयोग मिलने की अपेक्षा है साथ ही छात्र नेता से मिली धमकी पर जांच कर अग्रतर कार्यवाही करने की मांग की है।