आज हम लॉन्ग ड्राइव पर जा रहे हैं वो भी अपने कार से। सामान पैक हो रहा है तबतक कुछ बातें कर लें – Jamshedpur to Bhubaneswar के बारे में।
जमशेदपुर से भुवनेश्वर (Jamshedpur to Bhubaneswar), जमशेदपुर शहर को टाटा या टाटानगर भी कहा जाता हैं। वास्तव में, जमशेदपुर शहर के रेलवे स्टेशन का नाम है ‘टाटानगर’ लेकिन, सबसे मजेदार बात यह है की जमशेदपुर के बाहर लोग इसे टाटा या टाटानगर के नाम से भी संबोधित करते हैं। जमशेदपुर शहर, झारखंड राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिले में – 22.8046° N. & 86.2029° E. पर स्थित है।
जमशेदपुर और इसके आसपास घूमने के लिए कई बेहतरीन स्थल हैं लेकिन जमशेदपुर से भुवनेश्वर का सफर रोमांचक ही होगा। क्योंकि जमशेदपुर या टाटा (टाटानगर) से भुवनेश्वर जाने के रास्ते में हरियाली ही हरियाली मिलेगी। कई जंगल और पहाड़ भी देखने को मिलेंगे, किस्मत अच्छी रही तो झरने और तालाब भी देखने को मिल जाएंगे। और उससे भी अच्छी किस्मत रही तो एकाक जंगली जानवर भी मिल जाएंगे। हाथी, हिरण, सियार ये सब तो हमेशा दिख ही जाते हैं।
अगर बस से सफर करना है तो मानगो ब्रिज के पास मानगो बस स्टैंड से टाटा से भुवनेश्वर की बस की सुविधा ली जा सकती है। कार, कैब या बस से ट्रैफिक देखते हुए 7 से 8 घंटे में भुवनेश्वर पहुंचा जा सकता है। अगर बाइक से आना है और सड़क सपाट और बिना ट्रैफिक का हो, तो यह सफर लगभग 6 घंटे में ही पूरा हो जाये। लेकिन जमशेदपुर से भुवनेश्वर पैदल जाने का मन बना लिया है तो कम से कम 3 दिन तो लग ही जायेंगे, वो भी लगातार चलते रहने पर। लेकिन हम हवाई सफर की बात यहां नहीं करने जा रहे हैं। क्योंकि हवाई जहाज में बैठने से मुझे डर लगता है।
हम अपनी कार से ही जमशेदपुर से भुवनेश्वर का सफर तय करेंगे।
जमशेदपुर से भुवनेश्वर जाने के लिए कई रास्ते हैं जिसमें से 5 प्रमुख मार्ग है।
1. टाटानगर स्टेशन से सुंदरनगर होते हुए भुवनेश्वर। इस बीच कई गांव और शहर भी आएंगे। जैसे- टाटानगर स्टेशन से सुंदरनगर- हाता- हल्दीपोखर- तिरिंग- रघुनाथपुर- बड़ा डालमिया- नुआ गांव स्टेडियम- अहर बांध- बादाम पहाड़- माटियागढ़- बकर ताला- करंजिया- कलाकादा- आसनबनी- पुराना पानी- तारामारा- सतकोसिया- आनन्दपुर बरराज- कैनिपुरा- रामचन्द्रपुर- व्यासनगर- बद्रीलोचनपुर- चांदीपुर- जराका- नेउलपुर- छटट्टियाँ- कोटासाही- कटक- उराली- फूलनाखारा- पहाला- भुवनेश्वर।
2. यह रास्ता टाटानगर स्टेशन से सुंदरनगर, हाता, हल्दीपोखर होते हुए करंजिया तिमुहानी रोड से कलाकादा ना होकर दाहिने अहरपाड़ा जाने वाली रोड से आगे का सफर तय करेगा। अहरपाड़ा से स्वयंपटना- धेन किकोटे- हरिचन्दनपुर- भागमुंडा- दुबुरी- चंडीखोल- भरक्षण- छटट्टियाँ फिर आगे कोटासाही- कटक- उराली- फूलनाखारा- पहाला होते हुए भुवनेश्वर।
ऊपर के दो रास्ते टाटानगर स्टेशन से आगे सुंदरनगर होते हुए भुवनेश्वर जाना होगा। अब हम तीन रास्ते बताते है जो मानगो से होकर आरम्भ होते हैं लेकिन आगे पहले वाले मार्ग में ही जाकर मिल जाते हैं। यानी आगे का सफर पहले वाले मार्ग पर जाकर ही खत्म होगा।
1. मानगो डिमना चौक से सफर आरम्भ करते हुए पूर्व दिशा में टाटा-कोलकाता सड़क से आरम्भ करेंगे। डिमना चौक से महुलिया- घाटशिला- धालभूमगढ़- कोकपाड़ा- बहरागोड़ा तिमुहानी रोड- बानगरी पोसी- जसीपुर से करंजिया और आगे का सफर पहले की तरह ही करंजिया से कटक फिर भुवनेश्वर।
3. मानगो डिमना से बारीपदा तक फिर खूंटाउडाला से आसनबनी या नीलगिरी से सोरा या पुराना पानी- तारामारा- सतकोसिया- आनन्दपुर बरराज- कैनिपुरा- रामचन्द्रपुर- व्यासनगर- बद्रीलोचनपुर- चांदीपुर- जराका- नेउलपुर- छटट्टियाँ- कोटासाही- कटक- उराली- फूलनाखारा- पहाला से भुवनेश्वर।
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