जमशेदपुर। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भारतीय जनता पार्टी के जाल में पूरी तरह फंस चुके हैं। उनका निर्णय राजनीतिक रूप से आत्मघाती सिद्ध होगा। भाजपा किसी का नहीं है जो भाजपा में गया उसका राजनीतिक कैरियर बर्बाद हो गया। भाजपा ने हेमंत सरकार को गिराने के लिए साजिश रची थी जो सफल नहीं हो सका। समाजवादी चिंतक और अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने बयान जारी कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आगे कहा कि जो भी नेता डर से या पैसे के लालच में भाजपा ज्वाइन किया उसकी दुर्दशा हो गई और उसका राजनीतिक कैरियर दांव पर लग गया।
चंपई सोरेन के साथ में वही होगा जो मधु कोड़ा गीता कोड़ा सीता सोरेन एवं अन्य नेताओं के साथ हुआ। सुखदेव भगत आदि नेताओं को घर वापसी करनी पड़ी। चुनाव आयोग को यह पता था कि ऑपरेशन लोटस होने वाला है इसी कारण झारखंड और महाराष्ट्र में मतदान कराने की घोषणा नहीं की गई। जहां तक चंपई सोरेन का सवाल है उनके साथ एक भी विधायक नहीं है।
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पप्पू ने कहा कि हेमंत सोरेन की मेहरबानी से चंपई को मुख्यमंत्री बनाया गया और उन्होंने झामुमो और पार्टी नेता के साथ विश्वासघात किया। अगर चंपई सोरेन सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से लगातार जीतते आए हैं तो उनका कोई जनाधार नहीं है बल्कि तीर धनुष चुनाव चिन्ह और झारखंड मुक्ति मोर्चा का जनाधार के कारण उनकी जीत होती रही है। उनका राजनीतिक कैरियर मुश्किल भरा होगा।
दूसरी तरफ सुधीर कुमार पप्पू ने कहा बंगाल में डॉक्टर के साथ जो कुछ हुआ वह निंदनीय है। मामले की उच्च स्तरीय जांच करवा कर दोषियों को कठोर सजा दी जाए। एवं उच्चतम न्यायालय द्वारा संज्ञान लेना ही न्याय का प्रतीक है उनका मानना है कि बंगाल के मामले में मोदी सरकार और भाजपा को राजनीति नहीं करनी चाहिए।
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