जमशेदपुर। झारखण्ड
मणिपुर में महिलाओं के साथ दरिंदगी, शर्मनाक है। आये दिन इस तरह के समाचार आपको टीवी चैनलों और अख़बारों में देखने – पढ़ने को मिलते रहे हैं। देश के हर कोने में महिला के साथ अत्याचार, बलात्कार बढ़ते जा रहे हैं। सोचिये जिम्मेदार सरकार या समाज ?
महिला के साथ अत्याचार और घटना के बाद होने लगी दिल्ली में राजनीति, देश में पुतला दहन, मोमबत्ती गैंग, रैली। लेकिन आपने कभी सोचा है क्या ऐसा किसी महिला के साथ पहली बार हो रहा है? हम अपना इतिहास और वर्तमान सब भूल जाते हैं क्योंकि जिम्मेदार थोपते हैं किसी एक सरकार पर। लेकिन इनसबके पीछे जिम्मेदार केवल एक शख्स होता है और वह है देश का एक नागरिक होता है। हम दूसरों को सीखना चाहते हैं लेकिन खुद को बदलना नहीं चाहते। हम दूसरी लड़कियों को घूरेंगे उनके साथ रोमांस करना चाहते हैं मान गयी तो ठीक नहीं मानी तो जबरजस्ती मनवा लेंगे की भावना सांसें ले रहीं हैं। सोर्ट्स वीडियो का तड़का जिस्म फरोशी का अड्डा बनता जा रहा है। उर्फी से लेकर उर्मिला तक सब नंगी होकर आने में शर्म नहीं कर रहीं।
कौन हैं हैवानियत और बलात्कार के पीछे ? सोचियेगा।
हर नागरिक इसके पीछे जिम्मेदार है। मनोरंजन का मजा ले रहे, लेकिन इनका विरोध कभी नहीं किया।
खैर बात करते हैं मणिपुर में महिलाओं के साथ दरिंदगी करने वाले मुख्य आरोपी का।
इस मामले में एक मुख्य आरोपी है खुयरूम हेरादास, जिसे पुलिस ने गुरुवार को थॉउबल जिले से गिरफ्तार कर लिया था। अभी तक पुलिस इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। 32 वर्षीय हेरादास की पहचान वायरल वीडियो हुई है, जिसमें वह हरे रंग का टी-शर्ट पहने हुए दिखाई दे रहा है। मणिपुर पुलिस के अनुसार, खुयरूम हेरादास ही इस घटना का मुख्य आरोपी है। पुलिस अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए 12 टीमें बनाई हैं। और लगातार छापेमारी कर दबिश बना रही हैं।
गुस्से में आई भीड़ ने एक मुख्य आरोपी खुयरूम हेरादास का घर फूंक दिया है। इस घटना से आहत होकर अचानक से भीड़ एकजुट हुई और आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया। जिसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया। आग लगाने वालों में ज्यादातर महिलाएं शामिल थी। यह घटना चेकमाई क्षेत्र की है।
मणिपुर के वीडियो में क्या दिखाया गया था ?
आपको बता दें कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर उनके साथ हैवानियत करते हुए वीडियो बनाया गया और उसे वायरल कर दिया गया।
4 मई के इस वीडियो को वायरल होने के बाद मामला सामने आया। जानकारी के मुताबिक यह वीडियो कांगपोकपी जिले का है। वीडियो में महिलाओं को नग्न दिखाया गया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है की पुरूषों की भीड़ लगातार पीड़ित महिलाओं से छेड़छाड़ कर रही है। जबकी पीड़ित महिलाएं बंधक बनी हुई हैं। वीडियो में निर्वस्त्र महिलाओं को भीड़ द्वारा घसीटते हुए दिखाया गया है, जो लगातार मदद की गुहार लगा रही थी। जिसका वीडियो बनाकर वायरल भी कर दिया गया। यह उनके दर्द को कई गुना बढ़ाने वाला है।
क्या हुआ था मणिपुर में आइये बताते हैं ?
जानकारी के अनुसार, मणिपुर में हिंसा भड़कने के एक दिन बाद 4 मई की दोपहर लगभग 1 हजार की संख्या में लोग राइफल्स (AK / 303), SLR, इंसास जैसे खतरनाक हथियार लिए बी.फेनोम गांव में घुस गए और क्रूरता पूर्वक गांव में आतंक फैलाते हुए तोड़फोड़ करने लगे। लोगों की संपत्तियों को लूटने लगे, घरों को जलाने लगे।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार, यह माहौल देख लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर सुरक्षित स्थानों पर भागने लगे। इस दौरान पांच लोग खुद को बचाने के लिए जंगल की ओर भाग निकले। जिनमें तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल थें। सभी एक ही परिवार के लोग थे। 56 वर्षीय एक व्यक्ति की 52 वर्षीय पत्नी, 21 वर्षीय बेटी और 19 वर्षीय बेटा थे साथ ही 42 वर्षीय एक महिला साथ थी।
21 वर्षीय लड़की का गैंगरेप और भाई की हत्या
जंगल में भागे हुए इन लोगों को नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन की एक टीम ने रेस्क्यू किया। लेकिन भीड़ ने नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन से दो किलोमीटर दूर पर टूबू के पास से ही पुलिस टीम की कस्टडी से उन्हें छीन लिया गया। भीड़ ने 56 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी। तीनों महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। पहले 21 वर्षीय लड़की का गैंगरेप किया गया, उसके बाद दूसरी महिला के साथ। जब लड़की के छोटे भाई ने उसे बचाने की कोशिश की तो भीड़ ने उसकी हत्या कर दी। इस दौरान एक महिला वहां से भागने में सफल रही। वहीं गैंगरेप के बाद दोनों महिलाओ को सड़क पर घुमाया गया।
धर्म और जातीवाद को लेकर पूरा देश सुलग रहा है। कोई एकजुट रहना ही नहीं चाहता, लोग भूल जा रहे हैं की वे विनाश की ओर जा रहे हैं जहां केवल सभ्य समाज का अंत है, स्वयं का अंत है। मौका है आज मिलकर एकजुट रहने का अन्यथा बर्बादी स्वयं की तय है।