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कोरोना और वैक्सीनशन पर जानिए आज की लेटेस्ट खबर।

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भारत ने वैक्सीनशन पर बनाया दुनियां में रिकार्ड, एक ही दिन में दिए 86.16 लाख वैक्सीन की खुराक। 

28.87 करोड़  राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक प्रशासित टीके की खुराक दी गई।

भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना पॉजिटिव के 42,640 नए मामले सामने आए; पिछले 91 दिनों में 50,000 से कम मरीज हुए संक्रमित।

देश भर में अब तक कुल 2,89,26,038 मरीज ठीक हुए। वहीं पिछले 24 घंटों में 81,839 मरीज ठीक हुए। लगातार 40 वें दिन दैनिक ठीक होने वालों की संख्या दैनिक नए मामलों से अधिक है। रिकवरी रेट की दर भी बढ़कर 96.49% हुआ है।

COVID-19 टीकाकरण 

भारत सरकार (मुफ्त) और प्रत्यक्ष राज्य खरीद श्रेणी के माध्यम से अब तक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 29.35 करोड़ (29,35,04,820) से अधिक वैक्सीन खुराक प्रदान की जा चुकी हैं। इसमें से, बर्बादी सहित कुल खपत है 27,20,14,523 खुराक (दिनांक 22 जून, 2021 की सुबह 8 बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार)।

राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के पास 2.14 करोड़ (2,14,90,297) से अधिक COVID वैक्सीन खुराक अभी भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, 33,80,590 से अधिक वैक्सीन की खुराक रास्ते में हैं जो जल्द ही राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त की जाएंगी।  

COVID19 टीकाकरण: मिथक बनाम तथ्य

भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि 21 जून, 2021 से पहले राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों को सीधे राज्य खरीद के तहत टीकों की पूरी आपूर्ति प्रदान की गई है।

प्रत्यक्ष राज्य खरीद की कोई शेष खुराक वैक्सीन निर्माताओं के पास लंबित नहीं है। इसके अलावा, भारत सरकार ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अनुसूचित के रूप में पर्याप्त मुफ्त खुराक भी प्रदान की है।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दिल्ली सरकार द्वारा चल रहे मुफ्त COVID-19 टीकाकरण अभियान के बीच 18-44 प्राथमिकता आयु वर्ग के लिए किसी भी मुफ्त टीके की आपूर्ति न करने का आरोप लगाया गया है।  जिसे स्पष्ट करते हुए भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया था कि 21 जून 2021 से पहले संबंधित राज्यों को प्रत्यक्ष राज्य खरीद के तहत COVID-19 टीकों की पूरी आपूर्ति प्रदान की जाए।

कुछ अफवाह थी कि कोरोना टीका लेने से बांझपन की शिकायत हो सकती है लेकिन पुरुषों और महिलाओं में बांझपन के साथ COVID-19 टीकाकरण को जोड़ने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण अभी तक नहीं मिला है।

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के वेबसाइट पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में स्पष्ट किया है कि उपलब्ध टीकों में से कोई भी प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करता है, जैसा कि आप जानते हैं सभी टीकों और उनके घटकों का परीक्षण पहले जानवरों पर और बाद में मनुष्यों में किया जाता है ताकि यह आकलन किया जा सके कि उनके इस तरह के कोई दुष्प्रभाव हैं या नहीं।  टीकों को उनकी सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित होने के बाद ही उपयोग के लिए अधिकृत किया जाता है।

कुछ सवाल यह भी रहे हैं कि क्या स्तनपान कराने वाली महिलाएं टीका ले सकती है?

तो बता दें कि NEGVAC ने सभी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए COVID-19 टीकाकरण की सिफारिश की है।

वैक्सीनशन को लेकर भारत के वैज्ञानिक और डॉक्टर क्या कहते हैं, आइये जानते हैं- 

अर्थव्यवस्था को खोलने और सामान्य स्थिति में वापस जाने के लिए त्वरित टीकाकरण कुंजी: डॉ. वी. के. पॉल

एक दिन में कम से कम एक करोड़ लोगों को टीकाकरण का लक्ष्य : डॉ. एन. के. अरोड़ा

जनभागीदारी टीकाकरण अभियान की सफलता की कुंजी है। “वैक्सीन की उपलब्धता नहीं होगी समस्या, अगले महीने 20-22 करोड़ खुराकें”

“तीसरी लहर आती है या नहीं यह हमारे हाथ में है”-  डॉ. पॉल।

डॉ पॉल ने बताया कि – “अगर हम COVID उपयुक्त व्यवहार का पालन करते हैं और खुद को टीका लगवाते हैं तो तीसरी लहर क्यों होगी?  कई देश ऐसे हैं जहां दूसरी लहर भी नहीं आई है। अगर हम COVID के उचित व्यवहार का पालन करते हैं, तो यह अवधि बीत जाएगी।”

उपरोक्त सभी जानकारी प्रेस सूचना ब्यूरो, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के माध्यम से दी गई है।


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